बराक घाटी: कोरोना संरकमण के रोजाना सामने आ रहे नए केसों के कारण हिंदुस्तान इस श्रेणी में टॉप पर पहुंच गया है. भारत का कोई भी इलाका कोरोना की मार से नहीं बचा है. अगर उत्तर पूर्व की चर्चा करें तो असम में स्तिथि सबसे अधिक खराब हैं. यहां कोरोना के लगभग 95 हजार मामले सामने आ गए हैं. ऐसे में कोरोना संक्रमण के निरंतर बढ़ते केसों को देखते हुए प्रशासन ने राज्य के बराक घाटी क्षेत्र में नौ दिनों के लॉकडाउन का एलान किया है. राज्य के सिलचर के डिप्टी कमिश्नर और चेयरमैन कीर्थि जल्ली ने इस बात का आदेश जारी कर दिया है.
बराक वैली में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के वजह से आज प्रातः पांच बजे से फिर लॉकडाउन घोषित कर दिया गया है. यहां पर चार सितंबर तक पूरा लॉकडाउन रहने वाला हैं. सिलचर प्रशासन ने यहाँ के लोगों से अपील की है कि बिना कोई कारण निवास से बाहर ना निकले और स्तिथि सामान्य करने में अपनी भूमिका निभाएं.
डीसी के अनुसार कोरोना वायरस निरंतर बढ़ता जा रहा है, इसी वजह से हम लोगों ने लॉकडाउन का निर्णय लिया. उन्होने आशा जताई है कि इलाके की जनता इस मुहिम में पूरा सहयोग करेगी और कोरोना लॉकडाउन का पालन जरूर करेगी. बराक घाटी के अंतर्गत आने वाले पूरे इलाके में लॉकडाउन लागू करने के आदेश दे दिए गए हैं. जानकारी के अनुसार बराक घाटी के तीन जिलों में कोरोना वायरस के लगभग 3500 केस सामने आ चुके हैं. असम के दक्षिणी इलाके स्थिति बराक घाटी सिलचर प्रशासन के तहत आती है.
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