नई दिल्ली: हमारा आयुर्वेद अब हार्ट अटैक और हार्ट ब्लॉकेज जैसी गंभीर समस्याओं को भी मात देने के लिए तैयार है। ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद (AIIA) में आए आयुर्वेदिक चिकित्सा से हार्ट ब्लॉकेज के मरीज का सफलतापूर्वक उपचार किया गया है। AIIA के डॉक्टरों ने आर्टरी में 90 फीसदी ब्लॉकेज के मरीज को बगैर किसी सर्जरी के केवल आयुर्वेदिक औषधि और चिकित्सा से पूरी तरह ठीक कर दिया है। अभी तक ऐलोपैथी के महंगे इलाज के भरोसे रहने वाले हार्ट पेशेंट्स के लिए यह एक बहुत बड़ी खुशखबरी है कि अब वे आयुष की इस पारंपरिक चिकित्सा पद्धति से भी उपचार करा सकते हैं और वो भी कम खर्चे में।
AIIA के मुताबिक, 50 वर्षीय अवधेश कुमार दिल्ली के जैतपुर के रहने वाले हैं और आटो चलाकर अपना घर चलाते हैं। नवंबर 2022 में इन्हें दिल का दौरा पड़ा था और एंजियोग्राफी में पता चला कि इनकी आर्टरी में 90 प्रतिशत तक ब्लॉकेज थी। दिल्ली के एक बड़े सरकारी अस्पताल में कई महीने उपचार कराने के दौरान डॉक्टरों ने इन्हें दो स्टेंट डलवाने के लिए कहा था, मगर इनके पास इतने पैसे नहीं थे। अक्टूबर 2023 में अवधेश कुमार दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान में उपचार के लिए पहुंचे।
आयुर्वेद संस्थान में अवधेश कुमार को 15 दिन के एडमिट किया गया और पंचकर्म समेत आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति से उनका उपचार किया गया। इसके बाद 3 माह तक घर पर रहकर आयुर्वेदिक औषधियों का सेवन करवाया गया। अब जब एक बार फिर एंजियोग्राफी की गई, तो उनकी ब्लॉकेज महज 0-5 फीसद रह गई है, यानी आयुर्वेद ने कम खर्चे में ही ब्लॉकेज को 85 फीसद घटा दिया है। इस बारे में मरीज अवधेश कुमार ने बताया कि दिल का दौरा पड़ने पर 3 महीने उपचार कराने के बाद उन्हें स्टेंट डलवाने के लिए कहा गया था, लेकिन उनके पास इतनी रकम नहीं थी।
इसलिए वे कुछ दिनों तक चिंतित रहे और फिर एक दिन पूर्णतः निशुल्क अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान में उपचार करने जा पहुंचे। यहां 15 दिन भर्ती रहने और 3 महीने तक औषधि खाने के बाद वे पूरी तरह स्वस्थ हैं और एंजियोग्राम की रिपोर्ट्स भी सामान्य आई हैं। अपनी निगरानी में अवधेश का उपचार करने वाली असिस्टेंट प्रोफसर वैद्य दिव्या कजारिया बताती हैं कि ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद हार्ट अटैक के मरीजों पर आयुर्वेद और ऐलोपैथी के उपचार को लेकर अध्य्यन कर रहा है। इसमें हार्ट अटैक पर आयुर्वेद का शानदार प्रभाव देखा जा रहा है। अवधेश कुमार का परिणाम काफी पॉजिटिव रहा। यही नहीं हार्ट अटैक के एक मरीज को 100 फीसदी ब्लॉकेज में भी आयुर्वेदिक उपचार से लाभ मिला है, उसकी रिपोर्ट्स भी जल्द ही सामने रखी जाएंगी।
वैद्य कजारिया कहती हैं कि आयुर्वेद से इलाज तो काफी पहले से मिल रहा है लेकिन अब उसके साक्ष्य भी मिलेंगे। चूंकि एआईआईए में हार्ट अटैक के मरीजों में बीमारी और इलाज का आकलन एंजियोग्राफी जैसी जांच से हो रहा है तो मजबूत साक्ष्य आयुर्वेद के पास है और इसको झुठलाना संभव नहीं होगा। जल्द ही यह पूरी स्टडी भी प्रकाशित होगी। यह बहुत ही अच्छा है कि मरीजों के पास इलाज का बेहतर विकल्प खुल रहा है।
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