भोपाल : कोरोना की रोकथाम के लिए लॉकडाउन को लागू किया गया इसके चलते बच्चों के स्कुल भी बंद थे. वहीं अब स्थिति को देखते हुए मार्केट में छूट दे दी गई है. लेकिन प्रदेश में स्कूलों को खोलने की परमिशन अभी नहीं मिली है. वहीं, निजी व सरकारी स्कूलों में एलकेजी से पांचवीं कक्षा तक ऑनलाइन कक्षाओं पर रोक लगा दी गई है. इससे अभिभावक खुश हैं, लेकिन वे 9वीं से 12वीं तक में 5 से 6 घंटे की ऑनलाइन क्लास से परेशान हो गए हैं. वहीं स्कूल द्वारा हर रोज 5 विषयों की पढ़ाई कराई जा रही है. ऐसे में कामकाजी अभिभावक बच्चों पर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं. अभिभावकों ने मांग की है कि 9वीं से 12वीं में भी ऑनलाइन कक्षाओं को कम कर दिए जाए.
दरअसल, पालक महासंघ इस संबंध में सोशल मीडिया के द्वारा ट्यूशन फीस माफ कराने के लिए अभियान चला रहे हैं. वहीं इस संबंध में अभिभावकों का कहना है कि सीबीएसई स्कूलों द्वारा ऑनलाइन पढ़ाई के नाम पर ट्यूशन फीस वसूल रहे थे. पढ़ाई नहीं होगी तो फीस भी नहीं लगनी चाहिए. वहीं शुक्रवार को निजी स्कूलों द्वारा प्रायमरी में चलाए जा रहे ऑनलाइन कक्षाओं के संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी के पास शिकायत पहुंची है.
जानकारी के लिए बता दें की बाल आयोग ने स्कूल शिक्षा विभाग को ये सुझाव दिया है कि 9वीं से लेकर 12वीं तक की ऑनलाइन कक्षाओं में सिर्फ दो विषय ही पढ़ाया जाए. जिसे वे बच्चों पर ध्यान दे सके. अन्य विषयों की शिक्षण सामग्री व होमवर्क तैयार कर स्कूल की वेबसाइट एवं वाट्सएप ग्रुप पर अपलोड कर सकते हैं, ताकि विद्यार्थी उन्हें अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी समय या अनेक बार पढ़ सकेंगे.
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