मुक्तेश्वर एक छोटा-सा हिल स्टेशन है. नैनीताल से 51 किलोमीटर दूर यह जगह कुंमाऊं हिल पर लगभग 7500 फीट ऊंचाई पर है और यहाँ से नंदा देवी,नालकंठ,त्रिशूल आदि हिमालय पर्वतों की चोटियों का अनुपम दृश्य दिखता हैं.मुक्तेश्वर के आस-पास देखने के लिए ढेर सारी जगह हैं. यहां से अल्मोड़ा, बिन्सर और नैनीताल पास ही हैं. अगर चाहें तो भीमताल पर बोटिंग का आनंद ले सकते है.
कुमाऊं की पहाड़ियों में बसा मुक्तेश्वर उत्तराखंड का एक खूबसूरत हिल स्टेशन है यहां जाने का उचित समय मार्च से जून का है पर अगर आप गर्मियों में यहां जाएं तो हल्के ऊनी कपड़े ले जाना न भूलें.पहाड़ी क्षेत्र होने के लिए इस जगह को खेती के लिए बहुत उपर्युक्त माना जाता है.आलू की खेती के साथ यहाँ पर आर्किड की भी खेती की जाती है. यहाँ के मुख्य आकर्षण देवदार के जंगल, बर्फ की चोटियां और वन्य प्राणियों जैसे बाघ और भालू अनायास दिखाई दे जाते हैं.
ऐसी मान्यता है कि यहां देवी और राक्षस के बीच युद्ध हुआ था. ये एक पहाड़ की चोटी है जिसकी सबसे ऊपर वाली चट्टान पर एक गोल छेद है. कहा जाता है कि अगर कोई निःसंतान स्त्री इस छेद में से निकल जाए तो उसे संतान की प्राप्ति होती है. पहाड़ की चोटी से घाटी का सुंदर नजारा दिखता है.
लीजिये पृथ्वी पर सफ़ेद चादर से ढके पहाड़ो का नज़ारा "यमथांग वैली"
एक सफर बर्फ से होते हुए खूबसूरत पहाड़ो का- स्पीति वैली