आपने देखा होगा की ऋषि मुनि और जो लोग धार्मिक प्रवृत्ति के होते है वह अपने गले या हांथ में रुद्राक्ष धारण करते है क्योकि जो लोग रुद्राक्ष धारण करते है उन्हें भगवान् शिव की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होता है. रुद्राक्ष के विषय में बहुत सी जानकारियाँ हमारे शास्त्रों में दी गई है जिसके विषय में आज हम आपको बताने वाले है.
एक मुखी रुद्राक्ष
एक मुखी रुद्राक्ष काफी दुर्लभ होता है इस रुद्राक्ष केवल एक धार होती है इसकारण से इसे एक मुखी रुद्राक्ष कहते है. यह इस दुनिया में बहुत कम संख्या में पाया जाता है इसलिए माना जाता है की जिसने एक मुखी रुद्राक्ष के दर्शन कर लिया उसने भगवान् शिव के दर्शन कर लिया. इसे धारण करने वाले व्यक्ति को भगवान् शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है. एक मुखी रुद्राक्ष केवल एक धार का होता है इसे धारण करने वाले व्यक्ति के सभी पापों का नाश होता है.
एक मुखी रुद्राक्ष का महत्व
एक मुखी रुद्राक्ष बहुत ही दुर्लभ होता है कई साधू या बाबा नकली रुद्राक्ष को एक मुखी रुद्राक्ष बता कर आपको ठग सकते है. आप एक मुखी रुद्राक्ष की जगह हरगौरी रुद्राक्ष को भी धारण कर सकते है किन्तु इसके धारण करते समय इसे एक मुखी मानकर इसकी पूजा,जाप और प्राण प्रतिष्ठा करके ही इसे धारण करना चाहिए.
रुद्राक्ष की उत्पत्ति
माना जाता है की रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान् शिव के आंसुओं के प्रथ्वी पर गिरने से हुई है. सभी रुद्राक्षों में एक मुखी रुद्राक्ष को सर्वोपरि माना गया है. एक मुखी रुद्राक्ष को धारण करने वाले के व्यक्ति जीवन से सभी प्रकार की समस्याओं का अंत होता है और उसका जीवन हमेशा खुशहाल रहता है.
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