जोल: सरकार शिक्षा के द्वारा देश का नक्शा बदले का दम भर रही है. इसी क्रम मे देश भर मे खोले गए स्कूलो मे टकारला के वार्ड नंबर-1 में पिछले वर्ष प्राइमरी स्कूल भी खोला गया था, लेकिन अभी तक इस स्कूल में एक भी स्थायी अध्यापक की नियुक्ति नहीं हो पाई है, जिस कारण ग्रामीणों में विभाग व सरकार के खिलाफ गुस्सा है. इनके साबरा का बांध अब टूट गयाहै और ग्रामीणों ने स्कूल में स्थायी अध्यापक की तैनाती के लिए विभाग को एक सप्ताह का अल्टीमेटम देते हुए साफ कर दिया है कि यदि एक सप्ताह के भीतर यहां स्थायी अध्यापक नियुक्ति नहीं की गई विरोध में प्रदर्शन का सामना करने के लिए तैयार रहे.
स्कूल में वर्तमान में करीब 30 बच्चे हैं, सरकार प्राथमिक शिक्षा पर बल देने की बात करती है मगर यहाँ तो कहानी ही उलटी है. वार्ड सदस्य ज्ञान चंद, करनैल सिंह, जरनैल सिंह, रमेश चंद, प्रकाश चंद, अशोक कुमार, बलवीर कुमार, सीमा देवी, ज्योति, सोनू, सरोज, बीना, सुमन व कमला देवी ने बताया कि पिछले वर्ष 1 अप्रैल को यह स्कूल खुला था लेकिन तब से लेकर आज तक यहां स्थायी अध्यापक नहीं मिला है, 3 दिन एक अध्यापक तो अगले 3 दिन कोई और अध्यापक आता है.
ग्रामीणों ने इस समस्या से ऊना में तैनात विभाग के उच्चाधिकारियों को भी अवगत करवाया था लेकिन आज तक समस्या का हल नहीं हो पाया है, उन्होंने कहा कि यदि एक सप्ताह के भीतर स्कूल में स्थायी अध्यापक की तैनाती नहीं होती है तो शिक्षा विभाग को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना होगा.
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