कैलिफॉर्निया : आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से ‘ब्रेकथ्रू लिसन’ मिशन के वैज्ञानिकों ने दूसरी दुनिया से तरंगो को प्राप्त किया है जिससे ये कहा जा रहा है कि दूसरी दुनिया में भी लोग मौजूद हैं जहां से तरंगें मिल रही हैं. इतना ही नहीं वैज्ञानिकों ने इस पर दावा भी किया है कि ये तरंगें जहां से भी आ रही हैं वहां पर जीवन संभव हो सकता है या ये भी हो सकता है कि वहां कोई पहले से मौजूद हो.
सोमवार की शाम को ब्रेकथ्रू लिसन के अनुसार वैज्ञानिकों ने करीब 72 नए और फ़ास्ट रेडियो विस्फोट यानि एफआरबी का पता लगाया है. इस बारे में वैज्ञानिकों ने बताया है कि यह तरंगें जहां से आई हैं वो हमारी आकाशगंगा के मिल्की-वे से करीब तीन अरब प्रकाशवर्ष दूर स्थित एफआरबी-121102 से मिली है. आपको बता दें, इस आकाश गंगा की पहचान बीते साल गुजरात के डॉक्टर विशाल गज्जर ने की थी जो फ़िलहाल यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफॉर्निया, बर्कले में शोध कर रहे हैं.
‘ब्रेकथ्रू लिसन’ मिशन के अनुसार जितनी भी तरंगें रिलीज़ हुई हैं उनमे से ज्यादातर एफआरबी की पहचान की गई है, वहीं एफआरबी-121102 एक ऐसी गैलेक्सी है जिससे लगातार तरंगें रिलीज़ हो रही हैं. साल 2017 में ब्रेकथ्रू लिसन मिशन के दौरान वेस्ट वर्जिनिया में ग्रीन बैंक टेलिस्कोप की मदद से कुल 21 बर्स्ट की पहचान हुई थी जिससे वैज्ञानिक ये पता लगाएंगे कि ये कितने शक्ति शाली हो सकते हैं.
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