नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता रह चुके अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने के प्रस्ताव का विरोध करना एक ओवैसी पार्षद को बेहद महंगा पड़ गया है। इस मामले में अब उन्हें एक साल की सजा हो गयी है।
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दरअसल एआईएमआईएम के पार्षद सैयद मतीन राशिद ने कुछ दिनों पहले औरंगाबाद में नगर निगम की बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने प्रस्ताव का जमकर विरोध किया था। उस वक्त उनके इस कदम से गुस्साए भाजपा पार्षदों ने उनकी जमकर पिटाई की थी। उस वक्त तो पुलिस ने किसी तरह उन्हें बचा लिया था लेकिन अब उन्हें एक साल की सजा सुना दी गई है। राशिद के खिलाफ पुलिस ने महाराष्ट्र प्रिवेंशन ऑफ डेंजरस एक्टिविटीज ऑफ स्लमलॉड्र्स, बुटलेगर्स, ड्रग ओफेंडर्स और डेंजरस पर्सन एक्ट 1981 के तहत मामला दर्ज किया है।
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#Watch #Video: Syed Matin a Corporator from MIM in Aurangabad was badly bashed up by fellow corproators for opposing the Condolence proposal of late Bharat Ratna @atal_vajpayee in the house of Aurangabad Municipal Corproation. pic.twitter.com/bdOKSWh3hH
— Singh Varun (@singhvarun) August 17, 2018
इस मामले में औरंगाबाद कमिश्नर चिरंजीव प्रसाद ने बयान दिया कि पार्षद सैयद खिलाफ के ऊपर जो आरोप हैं उसके उसके बाद हमारे पास उन्हें कस्टडी में लेने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा। आपको बता दें कि राशिद इससे पहले भी विवादों में रह चुके हैं। इससे पहले वे तब विवादों में आ गए थे जब उन्होंने नगर निगम में राष्ट्रगान बजाने का विरोध किया था।
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