कौन हैं एके पटनायक जिनके हाथ में सुप्रीम कोर्ट ने सौंपी सीबीई जांच

कौन हैं एके पटनायक जिनके हाथ में सुप्रीम कोर्ट ने सौंपी सीबीई जांच
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नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को सीबीआई अफसरों के रिश्वतखोरी मामले पर अपना फैसला सुनाया है। सीबीआई मामले में फंसे राकेश अस्थाना और आलोक वर्मा की याचिकाओं पर कोर्ट ने फैसला देते हुए इस मामले में एके पटनायक को जांच अधिकारी नियुक्त किया है जो इस पूरे मामले की विस्तार से जांच करेंगे। यहां हम आपको बता दें कि एके पटनायक सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज हैं। जो अब इस मामले की जांच करेंगे। 

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दरअसल केंद्र सरकार ने देश की प्रमुख जांच एजेंसी में सार्वजनिक विश्वास को बहाल करने के लिए मामले की जांच पूरी होने तक सीबीआई के निदेशक अलोक वर्मा और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना को छुट्टी दे दी थी। सीबीआई मामले के सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचने के बाद शुक्रवार को कोर्ट ने अपना फैसला दिया है, जिसमें याचिका पर सुनवाई करने के बाद सीजेआई रंजन गोगोई, जस्टिस एसके पॉल और जस्टिस केएम जोसफ की बेंच ने फैसला दिया वहीं इस फैसले के अनुसार आलोक वर्मा द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच सीवीसी दो सप्ताह के अंदर पूरी करे यहां बता दें कि इस जांच को एके पटनायक सुपरवाइज करेंगे।  

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गौरतलब है कि सीबीआई द्वारा मामला सुप्रीम कोर्ट में लगाया गया था। जिस पर कोर्ट ने फैसला दिया है इस मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज एके पटनायक करेंगे। जानते हैं कि कौन हैं एके पटनायक:

एके पटनायक के बारे में खास बातें-
1. सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज: 69 साल के अनंग कुमार पटनायक सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज हैं वे 2009 से लेकर 2014 तक सुप्रीम कोर्ट के जज रह चुके हैं इसके अलावा वे छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस भी रह चुके हैं।
2. एके पटनायक के मुख्य केस: पटनायक को 2012 में 2जी स्पेक्ट्रम मामले में आने वाले केसों की सुनवाई करने के लिए बनाई गई दो जजों की बेंच में शामिल किया गया था, इस बेंच में उनके अलावा खुद तत्कालीन चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एस एच कपाड़िया थे। 
3. पटनायक का चर्चित ​केस: एके पटनायक को 2012 में भारत सरकार के महात्वाकांक्षी प्रोजेक्ट इंटरलिंकिंग ऑफ रिवर्स प्रोजेक्ट को मंजूरी देने वाले जजों की बेंच में शामिल किया गया था, उनका सबसे ज्यादा चर्चित केस जस्टिस सौमित्र सेन का है। पटनायक उस 'इन-हाउस कमिटी' के सदस्य थे, जिसने कोलकाता हाईकोर्ट के जस्टिस सौमित्र सेन के खिलाफ लगे फंड के गलत इस्तेमाल के आरोपों की जांच की थी, इस जांच के बाद भारत में ऐसा पहली बार हुआ था जब किसी जज के खिलाफ महाभियोग चलाया गया हो।
4..जब पटनायक आए सुर्खियों में: जस्टिस एके पटनायक का नाम एक बार तब सुर्खियों में आया था, जब उन्होंने कोर्ट में जजों की नियुक्ति पर कॉलेजियम सिस्टम पर सवाल उठाए थे, 2016 में उन्होंने कहा था कि कॉलेजियम सिस्टम की वजह से जजों की गुणवत्ता खतरे में आ जाती है। उन्होंने कॉलेजियम सिस्टम के काम करने के तरीके को 'Give And Take Policy' का नाम दिया था। 
 

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