पुलिस वालों में काम का तनाव और विभाग की प्रताड़ना लगातार बढ़ती जा रही है जिसके चलते कई बार पुलिस वाले अपने आपको मौत के हवाले कर देते है. ऐसा ही एक मामला मध्यप्रदेश भिंड जिले में देखने को आया है जहां पर रौन थाना में पदस्थ हवलदार रामकुमार शुक्ला की ख़ुदकुशी का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि एक और पुलिसकर्मी ने आत्महत्या कर ली.
बताया जा रहा है कि अशोकनगर जिले के बहादुरपुर थाने में पदस्थ ASI सतीश रघुवंशी ने कोतवाली एवं देहात थाने के बीच बने वायरलेस के टावर पर फांसी लगाकर ख़ुदकुशी कर ली. मामले की सूचना जब परिजनों को लगी तो बड़ी संख्या में लोगों ने मौके पर पहुंचकर हंगामा कर दिया और पुलिस अधीक्षक सहित विभाग पर प्रताड़ित करने के गंभीर आरोप लगाए और शव को नीचे न उतारने पर अड़ गए. खबर लिखे जाने तक परिजनों का हंगामा जारी है और शव को टॉवर से नीचे नहीं उतरा गया है.
हंगामे की सूचना के बाद वरिष्ठ अधिकारी. एसपी-कलेक्टर मौके पर पहुंचे और भीड़ को शांत करने की कोशिश की लेकिन परिजन एफआईआर कराने की मांग पर अड़ गए. वहीं कलेक्टर बी एस जामोद का कहना है कि पूरे मामले की न्यायिक जांच होगी और पोस्टमार्टम तीन डॉक्टरों की पैनल करेगी. वहीं परिजनों ने एसपी पर प्रताड़ित करने और विभाग द्वारा परेशान करने के आरोप लगाए, वहीं एसपी द्वारा मृतक की जेब से मौक़ा पकार मोबाइल और सुसाइड नोट भी निकाल कर सबूत मिटाने के आरोप भी परिजनों ने लगाते हुए जबरदस्त हंगामा किया. बताया जा रहा है कि सतीश सिंह सुबह-सुबह पुलिस लाइन के अपने निवास से बहादुरपुर जाने के लिये निकले थे, मगर बहादुरपुर ना जाकर कोतवाली परिसर में लगे वायरलेस टावर पर पहुच कर फांसी लगा ली है. मृतक ASI सतीश रघुवंशी गुना जिले के चचोड़ा के रहने वाला है.
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