केंद्र सरकार द्वारा सोमवार को जारी आर्थिक सर्वेक्षण पर पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है .सिन्हा ने कहा पिछले चार साल में केन्द्र सरकार ने कुछ नहीं किया. इसलिए अब उसे आखिरी पूर्ण कालिक बजट से पहले सारी समस्याएं नजर आ रही है.
उल्लेखनीय है कि यशवंत सिन्हा ने कहा कि केन्द्र सरकार को अब कृषि क्षेत्र की चुनौतियां और समस्याओं के अलावा उसे अब बेरोजगारी और शिक्षा के क्षेत्र की समस्या नजर आ रही है. यशवंत सिन्हा ने कहा कि यह समस्या तो पहले भी थी.इसका मतलब यही है कि केन्द्र सरकार ने मूलभूत समस्याओं से निबटने की कोई कारगर कोशिश नहीं की.
बता दें कि पूर्व वित्त मंत्री ने नोटबंदी को केन्द्र सरकार का मनमाना कदम बताते हुए कहा कि इसका मकसद देश का कोई आर्थिक सुधार करना था ही नहीं. यह जल्दबाजी में और बिना व्यापक सोच विचार के उठाया गया कदम था, जिसके अच्छे परिणाम की कल्पना नहीं की जा सकती . इसीलिए अब नोटबंदी से उबरने की बात कही जा रही है . सिन्हा ने यह भी कहा कि वह जीएसटी के पक्ष में हैं, लेकिन जिस तरह से केन्द्र सरकार ने जीएसटी को लागू कर भ्रम की स्थिति पैदा की उसे वह बिलकुल उचित नहीं मानते .
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