ये उपाय करने के बाद शनि का दुष्प्रभाव हो जाता है पूरी तरह से ख़त्म

ये उपाय करने के बाद शनि का दुष्प्रभाव हो जाता है पूरी तरह से ख़त्म
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दोस्तों कभी-कभी ऐसा देखा गया है कि जब किसी व्यक्ति कि कुंडली में गृह दोष होता है या भाग्य उसका साथ नहीं दे रहा है तो वह गृह शांति के लिए या अपने भाग्य को चमकाने के लिए हवन करवाते है या मंदिर में पूजा पाठ करवाते है लेकिन हम आपको बता दे कि अगर आपकी कुंडली में शनि का दुष्प्रभाव हो तो, बताये गए उपाय करके आप उन दुष्प्रभाव से छुटकारा पा सकते है.

प्रत्येक शनिवार को शाम के समय बड़ (बरगद) और पीपल के पेड़ के नीचे सूर्योदय से पहले स्नान आदि करने के बाद कड़वे तेल का दीपक लगाएं और दूध एवं धूप आदि अर्पित करें।

काले धागे में बिच्छू घास की जड़ को अभिमंत्रित करवाकर शनिवार के दिन श्रवण नक्षत्र में या शनि जयंती के शुभ मुहूर्त में धारण करने से भी शनि संबंधी सभी कार्यों में सफलता मिलती है।

काली गाय की सेवा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। उसके शीश पर रोली लगाकर सींगों में कलावा बांधकर धूप-आरती करनी चाहिए। फिर परिक्रमा करके गाय को बूंदी के 4 लड्डू खिला दें।

स्नान करने के बाद शमी के पौधे में सुबह-शाम सरसों के तेल का दीपक जलाएं और ताम्बे के लौटे से एक लौटा जल चढ़ाएं, ऐसा करने से आपको आर्थिक परेशानी से छुटकारा मिलेगा.

यदि आपके घर में कोई बच्चा पढ़ाई में दिमागी रूप से कमजोर है तो उस बच्चे को शमी के पौधे में चढ़ाना चाहिए तथा शमी के पौधे कि कुछ पत्तियां तोड़कर पुस्तक में रखना चाहिए, ऐसा करने से बच्चा दिमागी रूप से तंदरुस्त रहेगा तथा वह पढ़ाई में भी सफलता प्राप्त करेगा.

यदि आपकी कुंडली में शनि का दुष्प्रभाव है तो शमी के पौधे में सरसों का तेल का दीपक जलाये, और शनि के दुष्प्रभाव से बचने कि कमाना करें.

 

शमी के पौधे से मिलती है शनि के दुष्प्रभाव से मुक्ति

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