दिल्ली : कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने मंगलवार को अपने घर पर तमाम विपक्षी पार्टी के नेताओं को डिनर पर बुलाया है, जिसके जरिये एकजुट होकर बीजेपी के विजय रथ को रोकने की योजना पर भी विचार विमर्श किया जाना है. इस डिनर से पहले बैठकों में आने वाले 18 दल के नेता या उनके नुमाइंदे शामिल होंगे, लेकिन सपा प्रमुख अखिलेश यादव, बसपा सुप्रीमो मायावती, तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी और एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने अब तक शामिल होने पर सहमति नहीं दी है.
इस डिनर डिप्लोमेसी का सीधा सा मतलब सभी को समझ आ रहा है. मोदी के खिलाफ गठजोड़ से बेहतर फ़िलहाल कोई विकल्प भी नहीं है. इस मुद्दे पर कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा, वक़्त का तकाजा है कि सभी साथ आएं, आज तीसरे-चौथे मोर्चे के कोई मतलब नहीं हैं. गौरतलब है कि राहुल गांधी के नेतृत्व को लेकर पवार और ममता जैसे नेताओं के मन में तनाव है इसे देखते हुए सोनिया 2019 तक गठबंधन की कमान अपने हाथ में रखना चाहती हैं.
बहरहाल आज शाम को होने वाले इस डिनर के बाद काफी चीजे साफ हो जाने के आसार है. मगर बीजेपी और मोदी की लहार के बीच फ़िलहाल कांग्रेस और अन्य सभी दलों ने सबसे बेहतर विकल्प गठजोड़ पर काम शुरू कर दिया है.
राजीव गाँधी के हत्यारे की बेटी को इंग्लैंड में पढ़ाती हैं सोनिया : सुब्रमण्यम स्वामी
मनमोहन जी पर बन रही मूवी में आया नया अपडेट
सोनिया गांधी की डिनर पार्टी को बीजेपी ने बनाया बवाल