लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने आज मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव की खिल्ली उड़ाते हुए कहा कि वह तो वास्तव में बबुआ हैं यदि बबुआ नहीं होते तो पत्थरों के हाथियों को बैठने या चलने के लिए नहीं कहते।
राज्य विधानसभा चुनाव के बाद अपनी सरकार बनने का दावा करते हुये उन्होंने कहा कि श्री यादव ने चुनाव भर उनकी सरकार को पत्थरों वाली सरकार बताते हुए कई बार कहा कि पत्थरों के हाथी जहां खड़े थे वहीं खड़े हैं। जहां बैठे थे वहीं बैठे हैं। उन्हें इतना नहीं मालूम कि पत्थरों के हाथियों को जिस मुद्रा में रख दिया जायेगा वह उसी में रहेंगे।
इतनी बात तो छोटे बच्चे भी जानते हैं और वह तो कई बच्चों के बाप हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीतियों की आलोचना करते हुए बसपा अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने चुनाव में धर्म के आधार पर मतदाताओं का ध्रुवीकरण करने की पूरी कोशिश की। श्री मोदी ने तीन साल में जनता के लिए कोई काम ही नहीं किया।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने सरकार बनने पर कत्लखानों को बन्द कराने की घोषणा की है। इस घोषणा से पहले उन्हें बताना चाहिए कि क्या महाराष्ट्र, हरियाणा और मध्यप्रदेश जैसे भाजपा शासित राज्यों में यांत्रिक कत्लखाने बन्द हो गये हैं। त्यौहारों के नाम पर भी राजनीति की गयी ताकि साम्प्रदायिक आधार पर मतदाता बंट जायें।
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