कोलकाता/दिल्ली: आखिर ‘तृणमूल कांग्रेस’ को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल ही गया. भारतीय निर्वाचन आयोग ने तृणमूल कांग्रेस को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दे दिया है. बता दें कि पार्टी का गठन 1 जनवरी 1998 में हुआ था.
गौरतलब है कि यह पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से अलग होकर बनी है. पार्टी की अध्यक्षा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी है. कांग्रेस से अलग होकर बनी इस पार्टी ने 18 सितम्बर 2012 को यूपीए से भी अपना गठबंधन समाप्त कर लिया था.
बता दें कि तृणमूल कांग्रेस ने 2009 के लोकसभा चुनावों में पूरे देश में 19 सीटें जीती थी. वहीँ 2014 के लोकसभा चुनाव में इनकी संख्या बढ़कर 33 हो गई.
अब राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त ‘तृणमूल कांग्रेस’ में सहायक दाल के रूप में तृणमूल कांग्रेस की यूथ विंग में तृणमूल छात्र परिषद्, यूथ विंग में ऑल इंडिया तृणमूल यूथ कांग्रेस,. महिला विंग में ऑल इंडिया तृणमूल महिला कांग्रेस. लेबर विंग में इंडियन नेशनल तृणमूल ट्रेड यूनियन कांग्रेस और किसान विंग में ऑल इंडिया तृणमूल किसान कांग्रेस को शामिल किया गया है.
बता दें कि भारत में बहुदलीय प्रणाली की व्यवस्था है, जिसके चलते वो कोई भी दल जिसको भारत के कम से कम चार राज्यों में मान्यता प्राप्त हो वह राष्ट्रीय दल बन जाता है.