बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि वह हिंदू वैष्णव हैं. उन्होंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के इस दावे को खारिज कर दिया कि भाजपा अध्यक्ष एक जैन हैं. अमित शाह भाजपा के38 वें स्थापना दिवस पर एक रैली को संबोधित करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे. शाह ने कहा, ‘संप्रग सरकार ने2013 में सिफारिश( लिंगायत को अल्पसंख्यक समूह का दर्जा देने की) को खारिज कर दिया था. मौजूदा फैसला सिर्फ येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री बनने से रोकने के लिए है. यह एक चुनावी चाल है.’शाह से सिद्धारमैया के उस बयान के बारे में सवाल किया गया जिसमें उन्होंने कहा था कि शाह एक जैन हैं. इस पर शाह ने कहा, ‘मैं जैन नहीं बल्कि एक हिंदू वैष्णव हूं.’’
उन्होंने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि 2014 में बहुमत हासिल करने के बाद भी भाजपा ने हमेशा अपने सहयोगी दलों को शामिल किया है. उन्होंने उम्मीद जतायी कि शिवसेना भाजपा के साथ बनी रहेगी. शाह ने कहा कि त्रिपुरा, असम और अन्य स्थानों पर बहुमत हासिल करने के बाद भी भाजपा ने अपने सहयोगियों को सरकार में शामिल किया.उन्होंने कहा कि 2019 में भी हम राजग की सरकार बनाएंगे, हालांकि भाजपा को अपने दम पर बहुमत प्राप्त होगा.
शिवसेना के बारे में पूछे गए एक सवाल पर शाह ने कहा कि वे अभी सरकार में हमारे साथ हैं और हमारी पूरी इच्छा है कि वे हमारे साथ रहें. उन्होंने कहा कि भाजपा को अलग-थलग करने के विपक्ष के प्रयासों के बाद भी भाजपा अपने सहयोगियों के साथ 2019 के चुनाव में विजयी होगी. गौरतलब है कि अमित शाह कल बीजेपी के 38 वें स्थापना दिवस पर बोल रहे थे.
अमित शाह का रायपुर दौरा, एयरपोर्ट पर ली प्रदेश भाजपा की बैठक
युवक ने किया ऐसा सवाल, अमित शाह रह गए सन्न
कर्नाटक में अमावस्या को मतगणना, अनिष्ट निवारण पर 72 लाख खर्च