दिल्ली: परमाणु मसले पर अमेरिका पछताएगा यह कहना है ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी का उन्होंने आगे कहा अमेरिका तेहरान और विश्व की ताकतों के बीच हुए परमाणु समझौते को तोड़ता है तो वॉशिंगटन को बाद में पछताना पड़ेगा. उत्तर-पश्चिम ईरान में अपने संबोधन में ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा, अगर अमेरिका परमाणु समझौते को छोड़ता है तो आप जल्द ही देखेंगे कि उन्हें उस तरह पछतावा होगा जैसा इतिहास में कभी नहीं हुआ.
अमेरिका से व्हाइट हाउस का आरोप था कि ईरान के पास एक संगठित और गोपनीय परमाणु हथियार कार्यक्रम है जिसे उसने दुनिया और अपने लोगों से छुपाने का पूरा प्रयास किया. ,लेकिन वह असफल रहा. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स का कहना है कि मिसाइल के जरिए इस्तेमाल किये जा सकने वाले परमाणु हथियार विकसित करने के ईरान के प्रयासों के संबंध में इजरायल ने हाल ही में जानकारी दी है.
गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि 12 मई को वह समझौता को आगे नहीं बढ़ाएंगे. उन्होंने मांग की है कि अमेरिका के यूरोपीय सहयोगी खामियों को दूर करें नहीं तो वह फिर से पाबंदी लगाएंगे. बराक ओबामा के नेतृत्व में 2015 में अमेरिका ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, जर्मनी, रूस और ईरान के बीच परमाणु समझौता हुआ था. रूहानी ने कहा, ट्रंप को जानना चाहिए कि हमारे लोग एकजुट हैं, यहूदी शासन को यह जरूर जानना चाहिए कि हमारे लोग एकजुट हैं.
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