वाशिंगटन: अमेरिका ने पाकिस्तान पर अब कड़ा रुख अपना लिया है. ऐसा लगता है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आतंकवाद का समर्थन करने के कारण पाकिस्तान को बख्शने के मूड में नहीं हैं. पहले अमेरिका ने पाकिस्तान को दी जाने वाली 255 मिलियन अमेरिकी डॉलर मदद पर रोक लगा दी, उसके बाद अब एक बार फिर उसे लताड़ लगाई है. वही ट्रंप की लताड़ के बाद पाकिस्तान को उसके 'सबसे अजीज दोस्त' चीन का साथ मिला है. चीन ने यह कहते हुए पाकिस्तान का बचाव किया कि विश्व समुदाय को आतंकवाद के खिलाफ उसके अभियान में 'शानदार योगदान' को पहचानना चाहिए.
सयुंक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत निकी हेली ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान ने हमारे साथ डबल गेम खेला है, उन्होंने हमारे साथ काम भी किया और दूसरी तरफ अफगानिस्तान में हमारे सैनिकों को आतंकियों के हाथों मरवाया भी. पाकिस्तान का ये डबल गेम हमारे साथ नहीं चलेगा. इंडियन एक्सप्रेस की खबरों के अनुसार इस महीने के अंत तक अमेरिका की तरफ से पाकिस्तान में एक स्पेशल टास्क फोर्स भेजी जा सकती है. इस टास्क फोर्स में कई इकॉनोमिक इंडस्ट्री के लोग शामिल होंगे, पाकिस्तान जाकर टीम देखेगी कि किस तरह पाकिस्तान जिहादी फंडिंग को रोकने के लिए काम कर रहा है. ये टीम पाकिस्तान जाकर स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान, देश के सेंट्रल बैंक आदि की गतिविधियों पर भी नजर रखेंगे.
पाक ने 15 साल तक बनाया हमें मूर्ख: ट्रम्प
आतंकवाद को लेकर अमेरिका ने रोकी पाकिस्तान की फंडिंग
पाकिस्तान के खिलाफ अमेरिका और कड़े कर सकता है प्रतिबंध