इस्लामाबाद: अमेरिका ने पाकिस्तान की आतंकी हाफ़िज़ सईद को राजनीति में उतारने की नापाक कोशिशों पर पानी फेर दिया है. अमेरिका ने पाकिस्तान की इस कुटिल चाल के पीछे छुपे मंसूबों को भांपते हुए आम चुनाव से ठीक पहले मिल्ली मुस्लिम लीग( एमएमएल) को एक विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया है. मिल्ली मुस्लिम लीग, आतंक के सरगना हाफ़िज़ सईद के के नेतृत्व वाले आतंकवादी संगठन जमात- उद दावा का राजनीतिक मोर्चा है.
इसके साथ ही अमेरिका ने सईद की इस राजनितिक पार्टी के 7 सदस्यों को भी विदेशी आतंकवादी घोषित कर दिया है. अमेरिका ने तहरीक- ए- आजादी- ए- कश्मीर( टीएजेके) को भी आतंकवादी समूहों की सूची में शामिल किया है. टीएजेके को लश्कर- ए- तैयबा का एक मोर्चा बताया जाता है, जो कि ट्रंप प्रशासन के अनुसार पाकिस्तान में बिना किसी रोक टोक के अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहा है. गौरतलब है कि पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने नज़दीकी आम चुनाव के मद्देनज़र 'एमएमएल' को राजनीतिक पार्टी के तौर पर पंजीकरण करवाने के लिए गृह मंत्रालय से मंजूरी प्रमाणपत्र लाने को कहा था.
जिसके अगले ही दिन अमेरिका ने यह फैसला सुनाकर हाफिज के राजनीति में आने के दरवाजे पर ताला जड़ दिया है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय में आतंकवाद-निरोध समन्वयक नाथन ए. सेल्स ने कहा, लश्कर-ए-तैयबा और जमात- उद दावा चाहे कोई भी नाम बदल लें, वह हमेशा हिंसक आतंकवादी संगठन ही रहेंगे. अमेरिका उन सभी कदमों का समर्थन करता है, जो यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हिंसा का रास्ता पूरी तरह छोड़ने तक लश्कर-ए-तैयबा को कोई राजनीतिक मंच/आवाज ना मिले. आपको बता दें कि जमात-उद दावा और लश्कर-ए तैयबा पूरी दुनियाभर में अपनी आतंकी करतूतों को लेकर बदनाम है. अमेरिका ने भी संगठन और हाफिज सईद को आतंक का आका माना है. यहां तक कि उसे आजाद घूमने की इजाजत मिलने पर भी अमेरिका ने विरोध किया था.
पाक में 10 आतंकियों को मौत की सजा
आतंकियों की मौत पर हाफिज की धमकी
आतंकी हाफिज सईद परोपकारी-पाकिस्तान कोर्ट