उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश में करीब 42 हजार सिपाहियों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी है. जिसे लेकर पूरानी भर्तियों में भाग लेने वाले अभ्यर्थियों ने हंगामा किया. उनका कहना है कि जब तक पिछली प्रक्रिया का परिणाम सामने नहीं आता, नई भर्ती कैसे की जा सकती है. अभ्यर्थियों ने बुधवार को राजधानी में जमकर प्रदर्शन किया, जिनमें से कुछ अभ्यर्थी गोमती नदी में भी कूद गए. कुछ देर बाद उन्हें सकुशल निकाला गया.
दरअसल दिसंबर 2015 में 34716 पदों के लिए सिपाहियों की भर्तियां मैरिट के आधार पर होनी थीं. लेकिन हाईकोर्ट ने 27 मई 2016 को परीक्षा के अंतिम परिणाम घोषित होने पर रोक लगा दी थी. अब यूपी पुलिस में 41,520 सिपाहियों की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया गया है जिसे लेकर पूराने अभ्यर्थियों ने रोष जाहिर करते हुए सरकार पर मामले में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि पुरानी भर्ती के परिणाम पहले घोषित किए जाएं, उसके बाद नई भर्ती शुरू की जाए.
कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने योगी सरकार पर संवेदनहीनता का आरोप लगते हुए कहा कि, “सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि नई भर्तियों और पुरानी भर्तियों का कैसे समायोजन करेगी. क्योंकि अब जो लोग शामिल होंगे, उनकी उम्र पुरानी अभ्यर्थियों से कम होगी. ऐसे में क्या पुराने अभ्यर्थियों को मौका मिल पाएगा. सरकार को चाहिए कि वह अपनी स्थिति स्पष्ट करे.”
आंगनबाड़ी, मिड-डे-मिल और आशा वर्कर का धरना प्रदर्शन