पटना: सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने रविवार को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा कि वह किसानों और लोकपाल पर किए गए वादों को पूरा करने में विफल रहे हैं. हजारे ने कहा कि वह 23 मार्च को दिल्ली में एक 'सत्याग्रह' शुरू करेंगे ताकि किसानों की समस्याओं, जन लोकपाल मुद्दे और चुनाव सुधारों की जरूरत को उजागर किया जा सके.
उन्होंने कहा, "मैं किसानों और लोकपाल के लिए लड़ूंगा," उन्होंने कहा कि वे पिछले तीन सालों से इन मुद्दों पर चुप बैठे थे और भाजपा की अगुवाई वाली केंद्र सरकार से बातचीत करने के प्रयास कर रहे थे, लेकिन उन प्रयासों से कोई मकसद हासिल नहीं हुआ. उन्होंने कहा, "मैंने प्रधान मंत्री मोदी को 21 पत्र लिखे हैं लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं मिला. आरटीआई के बारे में अन्ना हजारे ने कहा कि जिस सूचना के अधिकार कानून (आरटीआई) को उन्होंने लड़ कर बनवाया था, वह कानून आज कमजोर हो गया है.
अन्ना हजारे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर जमकर बरसे. अरविंद केजरीवाल द्वारा विक्रम मजीठिया से मांफी मांगने की बात पर उन्होंने कहा कि वैसा काम क्यों करना जिसके लिए बाद में माफी मांगनी पड़े. हालांकि उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार के कार्यो की तारीफ की और कहा कि नीतीश कुमार समाज के हर तबके के लिए अच्छा काम कर रहे हैं. उन्होंने विकास कार्यों में सभी वर्गों का ख्याल रखा है.
अन्ना ने मोदी सरकार को उद्योगपति हितैषी बताया
सिद्धू ने केजरीवाल को कहा बुज़दिल
एक शर्त पर ही दूंगा आंदोलन में प्रवेश: अन्ना हजारे