गुजरात : पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने सूरत में अपनी रैली के बाद जनता को भाषण देते हुए ये कहां कि गुजरात के एक व्यापारी ने उन्हें गुजरात में प्रचार और रैली ना करने के लिए पांच करोड़ रुपए की पेशकश की थी. हार्दिक के इस बयान के बाद गुजरात राजनीती में फिर बवाल मच गया. अलग-अलग पार्टियों ने हार्दिक के इस बयान को अपने-अपने हिसाब से चुनाव प्रचार में तुरंत उपयोग भी किया.
ज्ञात हो की हार्दिक पटेल गुजरात राजनीती का उभरता हुआ चेहरा है. पाटीदार नेता हार्दिक पटेल कांग्रेस के करीबी माने जा रहे है. मगर सीट ना दिए जाने पर रिश्तो में थोड़ी खटास आने की बात भी की जा रही है. व्यापारी का नाम ना बताने की बात कहते हुए, इस पेशकश को ठुकराने की बात करते हुए हार्दिक ने बीजेपी के खिलाफ अपने तेज तेवर में प्रचार जारी रखा. सूरत में हार्दिक की ये रैली कई दिनों पहले भी होने वाली थी.
व्यापारी का नाम नहीं बताने पर बीजेपी इसे हार्दिक के षड्यंत्र के रूप में पेश कर रही है. बीजेपी इसे प्रचार के लिए बनाई गई कहानी बता रही है. हार्दिक की माने तो ऐसा भी लगता है की गुजरात चुनाव में धन-बल और खरीदी-बिक्री की राजनीती भी होने लगी है, जिसका चुनाव परिणामो पर सीधा असर होगा. पहले चरण के चुनाव 9 दिसम्बर को होने है.
यहाँ क्लिक करे
गुजरात में डेढ़ सौ से अधिक सीट जीतेगी भाजपा
राहुल ने ट्विटर पर किया पांचवा सवाल
भाजपा का एक ही नारा विकास और केवल विकास - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी