मुंबई। अमेरिका में सन फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज ऑप्थलमिक व्यवसाय (आंखों की दवा का कारोबार) को एक नई ताकत मिली है क्योंकि अमेरिकी खद्य एवं दवा प्रशासन (यूएस एफडीए) ने आंखों की बीमारी के उपचार के लिए नई दवा के लिए कंपनी के आवेदन को स्वीकार कर लिया है। इस खबर के बाद कंपनी के शेयर बुधवार को बीएसई में सात प्रतिशत से ज्यादा चढ़ गए। आँखों के सूखेपन के इलाज के लिए कंपनी द्वारा इजाद की गई यह मौलिक दवा है।
अमेरिका में भारतीय कंपनियों का ज्यादातर कारोबार जेनरिक दवाओं का है। मौलिक दवा के लिए आवेदन स्वीकार किया जाना कंपनी के लिए बड़ी उपलब्धि है। सनफार्मा के प्रबंध निदेशक दिलीप सांघवी ने कहा, आँखों का सूखापन एक जटिल तथा लंबे समय तक रहने वाली बीमारी है। इससे मरीज का जीवन स्तर प्रभावित होता है।
ओटीएक्स-101 साइक्लोपोरीन का फार्म्यूलेशन है जो दुनिया भर में इस बीमारी के लाखों मरीजों के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा। इस दवा का 12 सप्ताह का फेज-3 क्लीनिकल परीक्षण किया जा चुका है जो सफल रहा है। आवेदन स्वीकार होने की घोषणा के बाद कंपनी के शेयर सात प्रतिशत से ज्यादा चढ़ गये।
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