हिन्दू धर्म के हिसाब से भारत में पर्व तो बहुत मनाये जाते है और इन पर्वो को लेकर भारत वर्ष में इतना उत्साह होता है की लोग इन त्योहारों को बड़ी धूम धाम से मनाते है ऐसे ही सिमरिया धाम में कुम्भ का मेला लगने वाला है इस मेले की तारीख 17 अक्टूम्बर रखी गई है. कुम्भ के मेले का इतिहास 850 साल से भी पुराना है, कहा जाता है की इस मेले की शुरूआत आदि शंकराचार्य ने की थी.
लेकिन कुछ लोगो द्वारा माना जाता है की कुम्भ की शुरुआत समुद्र मंथन से हुई थी समुद्र मंथन के द्वारा निकला हुआ अमृत जब देवता, राक्षसों से बचा कर भाग रहे थे तब कलश से अमृत छलकता हुआ हरीद्वार , इलाहाबाद, उज्जैन, और नासिक के स्थान पर गिरा. ऐसा कहा जाता है की कुम्भ का मेला अपने स्थान पर 12 साल में 1 बार आता है वैसे तो यह मेला 3 साल में एक बार आता है. इस साल यह कुम्भ मेला 17 अक्टुम्बर 2017 को सिमरिया में होने जा रहा है
इसका फैसला सर्वमंगला विद्वत परिषद की और से बिहार के बेगूसराय में आयोजित तीन दिवसीय संगोष्ठी में किया गया है यह मेला कार्तिक मास तुलार्क महाकुंभ की शुरुआत 17 अक्टूबर को ध्वजारोहण के साथ होगी। वहीं महाकुंभ के विशेष पर्व स्नान का आयोजन 18, 19, 26 और 31 अक्टूबर और 4,14, और 16 नवंबर को होगा।. मेले का विशेष ध्यान रखते हुए इस मेले का आयोजन 18, 19, 26 और 31 अक्टूबर होगा नवम्बर माह में 4,14, और 16तक आयोजित होगा.
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