मोसुल. बीबीसी की खबर के अनुसार, मोसुल के मुख्य सरकारी कार्यालय को कब्जे में ले लिया गया है, इराक़ी सुरक्षाबलों द्वारा यह दूसरी बार कब्ज़ा किया गया है. बता दे कि इस्लामिक स्टेट के चरमपंथियों से लड़ रही इराक़ी सेना ने कहा है कि उनकी सबसे तेज़-तर्रार टुकड़ी ने रातों रात अचानक हमला बोला. इस सफलता से घनी जनसँख्या वाले पुराने शहर पर हमले का रास्ते खुल जाएंगे, जहा अच्छी जनसँख्या है वह समझ जाता है उनमे हजारो कि संख्या में चरमपंथी उपस्थित है.
यूनाइटेड नेशन का अनुमान है कि पश्चिमी मोसुल में आठ लाख की जनसँख्या निवास कर रही है. मोसुल इराक़ में आईएस का आख़िरी गढ़ है. बीते जनवरी में शहर के पूर्वी हिस्से पर सुरक्षा बलों ने कब्ज़ा कर लिया था. बता दे की मूसल में संघर्ष के दौरान एक पत्रकार कुर्द महिला पत्रकार की मौत हो गई है. उनकी मौत का कारण बम धमाका है.
इराकी कूर्द टीवी में काम करने वाली रुदा के लिए काम करने वाली शिफा गर्दी सड़क किनारे इस हादसे का शिकार हो गई है. वह इस्लामिक स्टेट के नियंत्रण वाले शहर में सैन्य अभियान की कवरेज कर रहीं थीं. रुदा टीवी के अनुसार, 30 वर्षीय शिफ़ा गर्दी ने लोगो के बीच मौजूद आम धरना तोड़ी कि पत्रकारिता सिर्फ़ पुरुषों के लिए है.
ये भी पढ़े
शियाओं को बनाया निशाना, बगदाद के बाजार में कार में विस्फोट
कानपूर में भी पकड़ाया ISIS का संदिग्ध आतंकवादी, लखनऊ में एनकाउंटर जारी
डाॅन दाउद करता था IRF के लिए फंडिंग