भोपाल : पंचायत राज मंत्री गोपाल भार्गव ने एक अति विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि 'सिर्फ किसान ही नहीं मरते विधायक की भी मौत होती है, दस विधायक मर गए पिछले 4 साल में अब मृत्यु पर किसी का जोर है क्या या विधायक अमर है, हमें भी तनाव है, किसानों के परिवार के साथ हमारी सहानुभूति है.' सांसद और पंचायत राज मंत्री गोपाल भार्गव, किसानों की मौत पर अपने विचार देते हुए बोल रहे थे, तभी उन्होंने उक्त विचार व्यक्त किये.
मिडिया के साथ बातचीत करते हुए उन्होंने किसानों से ज्यादा विधायकों के दर्द का बयान किया, इस बात अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उन्होंने अपनी बात के दौरान किसान से ज्यादा बार विधायकों का जिक्र कर उनकी फ़िक्र की और किसान के लिए सहानुभूति जता कर अपनी बात को पूरा किया.
देश के अन्नदाता को कही भी सुकून जब नहीं मिलता तो वो आत्महत्या का रास्ता अपना लेता है और ऐसे में उनके मरने के बाद भी सियासतदार इस तरह की उलजुलूल बयानबाजी से बाज नहीं आते. वैसे किसानों की आत्महत्या देश के लिए बड़ी घटना नहीं है, मगर उनकी मौत पर इस तरह के राजनैतिक बयान को देश जरूर तवज्जो देगा.
सीएम शिवराज ने भावांतर भुगतान किया एक क्लिक में
किसान के हक़ की सादगी भरी आवाज गजेंद्र सिंह शेखावत
किसानों के नाम पर BJP नेताओं की मौज, 'किसान' बन करेंगे विदेश की सैर