वर्षों से चले आ रहे अयोध्या विवाद का हल निकालने की कई कोशिशें जारी है. एक और जहां सुप्रीम कोर्ट में इस विवाद की सुनवाई की तारीख तय हो गयी है वहीं दूसरी और अदालत के बाहर भी समाधान के उपाय किये जा रहे हैं. इसी कड़ी में सोमवार को दिल्ली में एक सेमिनार का आयोजन हो रहा है, जिसमें पुणे स्थित एमआइटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष डॉ विश्वनाथ कराड अयोध्या विवाद के हल का नया फॉर्मूला पेश करेंगे. डॉक्टर विश्वनाथ कराड इस फार्मूले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिख चुके हैं।
इस फॉर्मूले के तहत विवाद का केंद्र बनी 2.77 एकड़ जमीन पर भव्य राम मंदिर बनाने का प्रस्ताव है . इसके लिए दूसरे पक्ष इस जमीन पर अपना दावा छोड़ देंगे. इसके बदले में सरकार द्वारा अधिग्रहीत 67 एकड़ जमीन पर विश्वधर्मी श्रीराम मानवता भवन बनाया जाएगा. जिसमें सभी धर्मो के लिए भव्य उपासना गृह बनाए जाएंगे.
सोमवार को इस फॉर्मूले पर चर्चा में हिस्सा लेने के लिए अयोध्या आंदोलन के केंद्र में रहे रामजन्मभूमि न्यास के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष व भाजपा के पूर्व सांसद रामविलास वेदांती के साथ-साथ स्वामी अग्निवेश और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरिफ मोहम्मद खान भी सम्मिलित होंगे .
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