आज बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती है और सारा देश उन्हें नमन कर रहा है. मगर जयंती के एक दिन पहले यानी कल 13 अप्रैल को हरियाणा के अंबाला में डॉ. बीआर आंबेडकर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया गया. वहीं, उत्तर प्रदेश में ग्रेटर नोएडा के बिसरख और सीतापुर में भी अंबेडर की प्रतिमा को बदमाशों ने तोड़ दिया. जिसके बाद वहां नई प्रतिमा लगाने का काम शुरू हुआ. पिछले कुछ समय से देश भर में बाबा साहेब की मूर्ति तोड़ने का सिलसिला थमा नहीं है.
हरियाणा के अंबाला में बदमाशों ने हमला कर अंबेडकर की प्रतिमा के ऊपरी हिस्से को तोड़कर अलग कर दिया. हालांकि, इसके बाद किसी भी विवाद से बचने के लिए तुरंत मूर्ति को कपड़े से ढंक दिया गया. इधर, अंबेडकर जयंती से एक दिन पूर्व ग्रेटर नोएडा में थाना बिसरख क्षेत्र के रिछपाल गढ़ी गांव में कुछ असामाजिक तत्वों ने पार्क में लगी भारत रत्न बाबा साहेब डॉ भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा को कथित रूप से क्षतिग्रस्त कर दिया. गांव के लोगों ने आज सुबह जब खंडित प्रतिमा देखी तो उनमें आक्रोश व्याप्त हो गया. मामले में एसपी (ग्रामीण) सुनीति सिंह ने बताया कि पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ प्रतिमा खंडित करने का मामला दर्ज किया है. साथ ही कहा कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.
वहीं, सीतापुर में भी असामाजिक तत्वों ने अंबेडकर की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाया, जिसे पुलिस ने तुरंत ठीक कराया. गौरतलब है कि मूर्ति तोड़ने का ये चलन बीजेपी की देन है, त्रिपुरा विधानसभा में जीत के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओ ने लेलिन की मूर्ति तोड़ कर अपनी गुंडागर्दी का पहला नमूना पेश कर देश को मूर्ति तोड़ने का चलन सिखाया है जिसके बाद तो देश भर में कई महान हस्तियों की मूर्तियों के अपमान की बयार सी आ गई.
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