बांग्लादेशी कप्तान शाकिब अल हसन इस वक्त अपने गलत व्यवहार को लेकर सुर्खियों में हैं। निदाहास ट्रॉफी के मैच में श्रीलंकाई के खिलाफ अंपायर द्वारा नो बॉल नहीं दिए जाने पर उन्होंने न सिर्फ अपने बैट्समैन को वापस बुलाने की कोशिश की, साथ ही थर्ड अंपायर से भी लगातार बहस करते थे। शाकिब खेल में जितने बड़े स्टार हैं, बिहेवियर के मामले में उतने ही विवादित भी। वो कई बार दूसरी टीम के खिलाड़ी और अंपायर से भिड़ चुके हैं।
-2014 में बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने शाकिब को 'सीवियर एटीट्यूड प्रॉब्लम' की वजह से टीम से बाहर कर छह महीने का बैन लगा दिया था। वो तब तक कई प्लेयर्स और अंपायर्स से बदसलूकी कर चुके थे। हालांकि, मांफी मांगने के बाद उनपर से 3 महीने के बाद बैन हटा लिया गया था।
-2014 में शाकिब ने डॉमिस्टिक टूर्नामेंट के दौरान अंपायर पर अभद्र टिप्पणी की थी। जिसके बाद बोर्ड ने उनपर बैन लगा दिया था।
-2015 में बांग्लादेश प्रीमियर लीग के एक मैच में अंपायर से भिड़ते शाकिब। इसके बाद उनपर एक मैच का बैन लगा था।
-2016 में भी बीपीएल के एक मैच में अंपायर से बहस करते शाकिब।
-2017 में भी बांग्लादेश प्रीमियर लीग के एक मैच में शाकिब अंपायर से भिड़ गए थे, जब उनकी एक LBW अपील पर अंपायर ने नॉटआउट का फैसला दिया था। इसके बाद उनपर मैच फीस का 50 परसेंट फाइन लगा था।
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