नई दिल्ली: देश में भारतीय स्टेट बैंक मुख्य बैंकों में शुमार है और इसके अलावा देश में अन्य बैंक भी हैं जो ग्राहकों को सेवाएं प्रदान करते हैं। देश में संचालित होने वाले विजया और देना बैंक के आपस में विलय होने के पहले ही इसका विरोध शुरू हो गया है। जानकारीे के अनुसार बैंक कर्मचारियों के संगठन ने दिसंबर के मध्य तक एक राष्ट्रव्यापी हड़ताल की योजना बनाई है।
डाटा चोरी मामले में पेटीएम संस्थापक ने तोड़ी चुप्पी, सोनिया को कहा भरोसेमंद
यहां बता दें कि कर्मचारी संगठन यह हड़ताल सार्वजनिक क्षेत्र के तीन प्रमुख बैंकों बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया बैंक और देना बैंक के प्रस्तावित विलय के विरोध में करेगा जिसके चलते बैंकों में कामकाज ठप्प हो सकता है। वहीं ऑल इंडिया बैंक एम्प्लॉई एसोसिएशन के महासचिव सी एच वेंकटचेलम ने बताया कि यह विरोध प्रदर्शन केंद्र सरकार की बैंकों की विलय नीति के खिलाफ होगा। इसके अलावा मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि नवंबर के पहले हफ्ते में इस हड़ताल की तारीख तय हो जाएगी।
2024 तक दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा विमानन बाजार होगा भारत- आईएटीए
गौरतलब है कि बैंकों के मर्ज होने से कर्मचारियों के कामकाज में व्यापक रूप से असर पड़ता है और एसोसिएशन के सचिव के अनुसार बैंकों के मर्जर होने से रोजगार के अवसर कम होते हैं। वहीं एसबीआई में मर्ज हुए कुछ बैंकों की शाखाएं भी बंद हुई हैं। उन्होंने आगे यह भी कहा कि बैंकों की विलय प्रक्रिया गैर निष्पादित परिसंपत्तियों को कम करने में मदद नहीं करती है।
खबरें और भी
फेस्टिव सीजन के चलते सोने के दामों ने छुआ आसमान, चांदी की चमक पड़ी फीकी
343 अंक टूटकर बंद हुआ सेंसेक्स, निफ़्टी का भी रहा बुरा हाल
अमेरिका में कच्चे तेल के भंडार बढ़ने से कम हो रही पेट्रोल डीजल की कीमतें