जो लोग अधिक मात्रा में गुटखा और तंबाकू खाते हैं उन्हे कैंसर होने की संभावना अधिक होती है. गुटखा और तंबाकू से होने वाले मुख कैंसर को अब देसी इलाज पद्धति से रोका जा सकता है.
हल्दी और तुलसी का सेवन इतना गुणकारी है कि यह कैंसर से भी बचाव करता है.
कई प्रकार के शोधों में पाया गया कि तुलसी और हल्दी से मुंह में होने वाले इस जटिल रोग का इलाज संभव है. यूं तो हम हल्दी और तुलसी के प्राकृतिक गुणों से पहले से ही परिचित हैं अब इन दोनों की इसी विशिष्टता का उपयोग ओरल सबम्यूकस फाइब्रोसिस डिसीज जो आगे चलकर मुख कैंसर बन जाता है, के इलाज के लिए भी किया जा सकेगा.
वैसे तो तुलसी और हल्दी में कुदरती आयुर्वेदिक गुण होते ही हैं मगर इसमें कैंसर रोकने वाले महत्वपूर्ण एंटी इंफ्लेमेटरी तत्व भी होते हैं. तुलसी इस रोग में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा देती है. घाव भरने में भी तुलसी मददगार होती है. तुलसी और हल्दी आसानी से सुलभ दोनों आयुर्वेदिक औषधियों का सहारा लिया जा सकता है.