उज्जैन। कलेक्टर एवं श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष श्री संकेत भोंडवे की अध्यक्षता में श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति की बैठक सिंहस्थ मेला कार्यालय में सम्पन्न हुई। बैठक में मास्टर प्लान के तहत महाकाल मन्दिर में भक्तों की भीड़ को देखते हुए आगामी वर्षों में करोड़ों रूपये की लागत से विभिन्न निर्माण कार्य कराये जायेंगे। महाकाल मन्दिर में बारिश के पहले आपदा प्रबंधन हेतु मॉकड्रील की जायेगी। मन्दिर के आसपास के अतिक्रमण को सख्ती से हटाने के निर्देश प्रशासक श्री अवधेश शर्मा को दिये।
बैठक में सहायक प्रशासक सुश्री प्रीति चौहान ने वर्ष 2017-18 के प्रस्तावित बजट की बिन्दुवार जानकारी दी। आगामी वर्षों में मन्दिर एवं मन्दिर परिसर में लगभग 31 करोड़ रूपये के विभिन्न निर्माण कार्य करवाये जायेंगे। उन्होंने निर्देश दिये कि उक्त राशि में से इस वर्ष 25 प्रतिशत राशि से निर्माण कार्य कराये जायें। बैठक में बताया गया कि मन्दिर में इस वर्ष संभावित 17.75 करोड़ रूपये का घाटा अनुमानित है। यज्ञशाला के निर्माण की प्रशासकीय स्वीकृति प्रस्तुत न करने के कारण सम्बन्धित शाखा प्रभारी पर नाराजगी प्रकट की और निर्देश दिये कि शीघ्र प्रशासकीय स्वीकृति एजेन्सी को उपलब्ध कराई जाये, ताकि यज्ञशाला का निर्माण कार्य शीघ्र प्रारम्भ कराया जा सके।
बैठक में कलेक्टर ने फेसिलिटी सेन्टर के ऊपर आधुनिक कंट्रोल रूम, सौ सीटर का वातानुकलित बैठक हॉल आदि का निर्माण कार्य कराने के लिये चार करोड़ रूपये की राशि स्वीकृत की गई।कलेक्टर ने सम्बन्धित को निर्देश दिये कि उक्त कार्य शीघ्र कराया जाये। चिन्तामन जवासिया स्थित रेलवे लाइन से लगी जमीन पर एक करोड़ 29 लाख रूपये की लागत की बाउंड्री वाल के लिये स्वीकृति दी गई। साथ ही भविष्य में गोशाला भी इसी परिसर में स्थानान्तरित करने पर सहमति व्यक्त की गई। वेदिक शोध संस्थान के द्वितीय चरण के कार्य में सात करोड़ रूपये की लागत से स्टाफ क्वाटर, होस्टल निर्माण, पार्किंग, बगीचा, खेलकूद मैदान आदि का निर्माण किया जायेगा।