अहमदाबाद / नई दिल्ली: कल अहमदाबाद में पीएम मोदी और जापानी पीएम शिंजो आबे ने अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन की आधारशिला रखी थीं। अब इस महत्त्वाकांक्षी परियोजना की आलोचना भी शुरू हो गई. जहाँ कांग्रेस ने इसे 'इलेक्शन बुलेट ट्रेन' बताया, वहीं सहयोगी शिवसेना ने इसे आम लोगों की नहीं, बल्कि पीएम की स्वप्न परियोजना बताया।
उल्लेखनीय है कि बुलेट ट्रेन को लेकर कांग्रेस ने कहा कि इस प्रोजेक्ट की शुरुआत गुजरात विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखकर की गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि गुजरात चुनावों से पहले इसे उसी तरह शुरू किया, जैसे कि बाकी राज्यों के चुनावों से पहले प्रधानमंत्री ने आर्थिक पैकेजों और प्रोजेक्ट्स का एलान किया था। वहीं बीजेपी के सहयोगी दल शिवसेना ने इसे मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट बताते हुए इसे आम लोगों का प्रोजेक्ट मानने से इंकार कर दिया।
जबकि दूसरी ओर 'सामना' के सम्पादकीय में व्यंग्य में लिखा है कि हमें बिना मांगे बुलेट ट्रेन मिल रही है, हमें सचमुच ये नहीं पता कि इससे कौन-सी समस्या हल होगी। सामना में आगे लिखा कि पंडित नेहरू के भाखड़ा नांगल, भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर जैसे कई प्रोजेक्ट की आधारशिला रख उन्होंने तकनीक और विज्ञान के क्षेत्र में देश को आधुनिक बनाया। ये सभी प्रोजेक्ट देश के लिए ज़रूरी थे। लेकिन क्या बुलेट ट्रेन देश की ज़रूरतों पर खरी उतरी है। यह कहकर इसकी औचित्यतता पर ही सवालिया निशान लगा दिया।
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