आपको नागालैंड के दीमापुर में हुई एक घटना जो 2015 में हुई थी थोड़ी तो याद होगी, जिसमे उग्र भीड़ ने रेप के आरोपी को जेल से बाहर निकालकर मार डाला और उसका शव बीच चौराहे पर टांग दिया था. ऐसी ही एक घटना अरुणाचल प्रदेश में सामने आई है. यहां के लोहित जिले के तेजु में बच्ची से दुष्कर्म और मर्डर के आरोपियों को भीड़ ने पुलिस थाने से निकालकर पीटा और जिंदा जला डाला. सूबे के मुख्यमंत्री पेमा खांडु ने इस घटना को 'दुर्भाग्यपूर्ण' बताया है. उन्होंने कहा कि, "बच्ची से बलात्कार और हत्या की घटना 'बर्बर और अमानवीय' है. भीड़ का उग्र होना 'दुर्भाग्यपूर्ण' है.
आरोपियों के नाम संजय सबर (30) और जगदीश लोहार (25) बताये जा रहे है जो अरुणाचल प्रदेश के चाय बागानों में मजदूरी करते है. मामले की जानकारी देते हुए आईजी नवीन पायेंग ने बताया कि, " 12 फरवरी को एक पांच वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म कर हत्या की गई थी. बच्ची का सिर धड़ से अलग था. उसका शव उसी चाय बागान में मिला, जहां ये दोनों आरोपी काम करते थे. बच्ची के शरीर पर कपड़े तक नहीं थे. शव मिलने के बाद से दोनों आरोपी फरार थे.
पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाकर दोनों आरोपियों को असम से अरेस्ट किया था. आरोपियों को कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेजा था. पुलिस के सामने दोनों आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल भी कर लिया था. दोनों को तेजू थाने में रखा गया था. इस बीच आरोपियों के गिरफ्तारी की खबर लोगों के बीच आग की तरह फैली. थाने के बाहर भीड़ जमा हो गई. देखते ही देखते भीड़ ने थाने में तोड़फोड़ करते हुए आरोपियों को लॉकअप से बाहर निकाला और पीटते हुए चौराहे पर लाए और जिंदा जला डाला.
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