नई दिल्ली : 8 बैंकों के समूह के साथ की गई 1394.43 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी के मामले में सीबीआई ने टोटेम अधोसंरचना के प्रवर्तकों टोटेमपुडी सललित और टोटेमपुडी कविता को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया.
उल्लेखनीय है कि यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की शिकायत पर कंपनी और उसके प्रवर्तकों के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर के तहत यह गिरफ्तारी की गई. इस बारे में यूनियन बैंक, जो कि आठ बैंकों के समूह में शामिल है,ने बताया कि उसे टोटेम को दिए गए कर्ज से 313.84 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है जो जून 2012 में एनपीए में बदल गया था.
बता दें कि टोटेम कम्पनी ने ऋण लेने के बाद उसका भुगतान नहीं किया था. इस बारे में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने खुलासा किया कि संबंधित कंपनी ने 8 बैंकों के गठजोड़ से 1,394.43 करोड़ रुपये का ऋण लिया था. 31 जनवरी, 2018 तक इसमें से यूनियन बैंक का कर्ज 313.84 करोड़ रुपये था. यूनियन बैंक ने यह खुलासा भी किया कि उसने टोटेम इन्फ्रास्ट्रक्चर लि. धोखाधड़ी मामले में 100 प्रतिशत का प्रावधान किया हुआ है, जिससे उस पर इस घोटाले का असर नहीं पड़ेगा. भले ही बैंक ने इस धोखाधड़ी में कोई असर न पड़ने की बात कही हो, लेकिन आए दिन बैंकों के साथ की गई धोखाधड़ियाँ सामने आ रही है, उससे बैंकों की साख और विश्वसनीयता पर तो असर पड़ रहा है.
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