नई दिल्ली: सीबीआई के अतिरिक्त एसपी एस एस गुर्म ने बुधवार को दिल्ली उच्च न्यायालय में आरोप लगाया कि विशेष निदेशक राकेश अस्थाना, जिन्होंने रिश्वत मामले में उनके खिलाफ एफआईआर रद्द करने की याचिका दायर की है, चुनिंदा तथ्य पेश करके अदालत को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं. इससे पहले राकेश अस्थाना ने अदालत में अपने खिलाफ दायर हुई एफआईआर को रद्द करने की मांग की थी, जिसपर दिल्ली उच्च न्यायलय ने सुनवाई कर रही थी.
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गुर्म ने कहा है कि अदालत राकेश अस्थाना की याचिका पर सुनवाई करने से पहले मेरा बयान सुन ले. रिपोर्टों के मुताबिक, गुर्म की याचिका गुरुवार को उच्च न्यायालय द्वारा सुनी जा सकती है. एक निजी चैनल ने बताया है कि गुर्म ने सम्बंधित मामले में सीबीआई की तरफ से गंभीरता की कमी का दावा किया है और अदालत में अपनी राय रखने की मंशा जाहिर की है. उल्लेखनीय है कि 23 अक्टूबर को सीबीआई के दो शीर्ष अफसरों के बीच उपजे इस विवाद के बाद गुर्म को जबलपुर में स्थानांतरित कर दिया गया था.
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उच्च न्यायालय के समक्ष एक आवेदन में, अतिरिक्त एसपी ने दावा किया कि उनके पास "उचित" आशंका है कि सीबीआई अस्थाना की रक्षा और समर्थन कर रही है और मामले में लापरवाही बरत रही है, साथ ही उन्होंने अस्थाना की याचिका को बर्खास्त करने की भी मांग की है.
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