नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के पेपर लीक मामले में केंद्र सरकार को भीषण आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. ऑल इंडिया पेरेंट्स एसोसिएशन के बाद अब छात्र भी देश की शिक्षा व्यवस्था के विरोध में खुलकर सामने आ रहे हैं. दिल्ली के प्रीत विहार पर छात्र सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं और साथ ही दोबारे परीक्षा करने के आदेश को मानने से इंकार कर रहे हैं.
सीबीएसई ने 12वीं के इकोनिमिक्स को 25 अप्रैल को दोबारे कराने के लिए आदेश दिया है, लेकिन छात्रों ने अप इस आदेश के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया है. प्रीत विहार पर छात्रों के चक्का जाम के चलते रोड़ पर गाड़ियों की लंबी कतार लग गई है. इस बीच10 वीं के गणित और12 वीं के अर्थशास्त्र का पेपर लीक होने के मामले में झारखंड के छतरा जिले के छह छात्रों को हिरासत में लिया गया है.
उधर जांच ऐजेंसी पता लगने में लगी हुई हैं पर्चा लीक कहां से हुआ. जांच से ताल्लुक रखने वाले एक अधिकारी ने बताया कि ट्यूटरों और छात्रों से पूछताछ की गई और सभी ने कहा कि उन्हें किसी और से पेपर मिले थे. इस तरह का कोई संकेत नहीं है कि इन पेपरों को साझा करने के लिए पैसे लिए गए हैं, पुलिस ने गूगल से भी उस ई- मेल के बारे में जानकारी मांगी है, जहां से सीबीएसई की प्रमुख को ई- मेल भेजकर सूचित किया गया था कि10 वीं कक्षा का गणित का पर्चा लीक हो गया है.
12वीं के अर्थशास्त्र की परीक्षा 25 अप्रैल को
दोबारा "परीक्षा का बहिष्कार" करें छात्र- राज ठाकरे
Cbse paper leak: आंदोलन के बीच परीक्षा तारीखों की घोषणा