भोपाल: मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने आख़िरकार किसानों को भावांतर भुगतान कर दिया. सूबे के चार लाख किसानों के खातों में भावांतर भुगतान योजना के 620 करोड़ रुपए एक क्लिक करते हुए मुख्यमंत्री ने शिवराज सिंह चौहान ने ट्रांसफर किये. भोपाल के जम्बूरी मैदान में किसान महासम्मलेन में प्रदेश भर से किसान मौजूद थे. मुख्यमंत्री ने समारोह के दौरान अपने भाषण में कहा कि अब राहत की राशि के साथ फसल बीमा का पैसा देकर भरपाई की जायेगी, किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है. सीएम ने कांग्रेस को करारा जवाब देते हुए कहा जब सत्ता की बागडोर आपके हाथ मे थी तब किसान याद नही आये'.
मुख्यमंत्री ने कहा संकट की घड़ी में किसानों के साथ खड़ा हूँ, पूरी सरकार किसानों के साथ है, हमारी सरकार ने किसानों को 0 परसेंट पर ऋण दिया, किसानों के लिए भावान्तर योजना की शुरुआत की, हमारी भावान्तर योजना का अध्ययन करने अलग अलग प्रदेशो की टीमें प्रदेश आ रही है. उन्होंने कहा किसानों से चर्चा करूंगा, अगर इस योजना में कोई परेशानी आ रही है तो इसमें बदलाव किया जाएगा. सीएम ने कहा आने वाले 5 सालो में 38 हजार करोड़ कृषि कार्यो में खर्च किया जाएगा. एक लाख करोड़ सिचाई पर खर्च किया जाएगा, सीएम ने किसानों से कहा कि फसल का भंडारण करके रखो, कुछ महीनों बाद बेचो, वेयर हाउस का किराया सरकार देगी,ज़रूरत पड़ने पर भंडारण की हुई उपज की कीमत का 25% आपको सहकारी बैंक द्वारा उपलब्ध कराया जायेगा, इस राशि पर लगने वाला ब्याज भी सरकार भरेगी.
किसान महासम्मलेन सीएम ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा किसान क्रेडिट कार्ड को रुपे कार्ड में बदल दिया जायेगा, इससे ज़रूरत पड़ने पर आप सीधे एटीएम से पैसे निकाल कर उसका उपयोग खाद, बीज की खरीदी में कर सकेंगे, इसके लिए 4,523 कृषि साख सहकारी समितियों में माइक्रो एटीएम की व्यवस्था की जाएगी, एक हज़ार कस्टम प्रोसेसिंग और सर्विस सेंटर प्रदेश में खोले जाएंगे जो कि सिर्फ किसानों के बेटे-बेटियों के लिए होंगे, भारत भर में मंडियों में फसलों की कीमत 'टिकर' के माध्यम से राज्य के 150 मंडियों में दिखाई जाएगी.
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