लखनऊ : कहते हैं जब सत्ता का नशा चढ़ता है तो यह सही - गलत और अच्छा बुरा कुछ नही देखता. जब से बीजेपी यूपी में सत्ता में आई है. तब से थानों पर विधायकों या उनके परिजनों द्वारा दबंगई दिखाने के मामले सामने आने पर सीएम आदित्यनाथ योगी ने विधायकों को नसीहत दी कि थानों पर दबंगई न दिखाएं. वहीं अधिकारियों के लिए भी नई गाइड लाइन जारी कर सोशल मीडिया पर टिप्पणी न करने के निर्देश दिए गए.
दरअसल पहले भरथना सीट से बीजेपी विधायक सावित्री कठेरिया के बेटे धर्मेंद्र ने पुलिस थाने में साफ सफाई को लेकर रौब दिखाया. इसके बाद शाहजहांपुर इलाके में भी बीजेपी विधायक रोशन लाल वर्मा के बेटों की दबंगई से त्रस्त होकर थाने वालों ने एसपी से तबादले की गुहार लगाईं. इसके बाद सीएम योगी ने बीजेपी विधायक दल की बैठक में उन्हें थानों और अधिकारियों के साथ दबंगई नहीं करने को कहा. इसके साथ ही उन्होंने विधायकों को सोशल मीडिया से सतर्क रहने को कहा है. यही नहीं मुख्यमंत्री ने अपने विधायकों और मंत्रियों से सख्त लहजे में कहा, आवास को लेकर कोई दबंगई न करें, जिसे जो आ वास आवंटित हुआ है, उसी में रहें.साज सज्जा पर ज्यादा खर्च न करें.
बता दें कि सीएम योगी ने विधायक- मंत्रियों के अलावा सरकारी अधिकारियों के लिए भी नई गाइडलाइन जारी की. इसमें उनसे सरकारी मामलों को लेकर सोशल मीडिया पर टिप्पणी नहीं करने की खास हिदायत दी है. ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि एक IPS अधिकारी हिमांशु कुमार ने वरिष्ठ अधिकारियों पर जातिगत भेदभाव का आरोप लगाते हुए ट्वीट किया था, कि यहां यादव सरनेम वाले पुलिसकर्मियों को सस्पेंड या लाइन हाजिर करने की वरिष्ठ अधिकारियों में होड़ मची है.
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