फेसबुक डेटा लीक केस में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि कैम्ब्रिज एनालिटिका की पैरेंट कंपनी SCL भारत में डबल गेम खेल रही थी. कंपनी कांग्रेस के साथ मिलकर कांग्रेस को ही हराने के लिए काम कर रही थी. SCL के तत्कालीन इंडिया डायरेक्टर अवनीश राय ने इसका खुलासा किया है कि कंपनी ने भारत में क्या गुल खिलाए. राय ने बताया कि कंपनी के पहले ग्राहक केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा थे, जो 2009 के चुनावों में खुद को मिली हार का विश्लेषण चाहते थे. जेडीयू नेता केसी त्यागी के बेटे अमरीश त्यागी ने अवनीश राय के साथ मिलकर काम शुरू किया.
अलेक्जैंडर निक्स ने एक और व्यक्ति अलेक्जैंडर ओकेज के साथ मिलकर भारत में राजनीतिक दलों के लिए डेटा कलेक्शन का काम शुरू किया और उन्होंने अवनीश-अमरीश की कंपनी ओवलेनो के साथ पार्टनरशिप की. राय ने बताया कि निक्स ने 2012 के चुनाव से पहले 5 लोकसभा क्षेत्र में काम कर उसका डेटा बेस राहुल गांधी को गिफ्ट करने का निर्णय लिया. वह सोचता था कि इस तरह से 2014 के चुनाव से पहले वह कांग्रेस से बड़ा कॉन्ट्रैक्ट हासिल कर लेगा. उसको लगता है कि आठ साल से सत्ता में रही पार्टी उसे अच्छा पैसा दे सकती थी.
मगर बाद में गुजरात के एक कारोबारी जो कांग्रेस को हराना चाहता था ने कंपनी से संपर्क कर उसे पैसा दिया है और फिर शुरू हुआ एक डबल गेम. अलेक्जैंडर निक्स और उनकी कंपनी कांग्रेस से डील करने की कोशिश कर रही थी, यानी वह पैसा तो कांग्रेस के लिए माहौल बनाने के लिए लेती, लेकिन वास्तव में उसे हराने के लिए काम करती. इस मसले पर ब्रिटिश और भारतीय साझेदारों में विवाद हुआ और दोनों के रास्ते अलग हो गए. बहरहाल मामला अभी ठंडा होता नहीं दिख रहा है और दिन प्रति दिन मामले पर नए खुलासे हो गए साथ ही इसे लेकर राजनीति भी चरम पर है और आरोप प्रत्यारोपों का दौर जारी है.
फेसबुक डेटा लीक : जेडीयू नेता के बेटे का नाम सामने आया
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