इंदौर: डाइरेक्टर आफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआई) ने पीथमपुर में छापामार कार्यवाही कर 48 करोड़ रु. की ड्रग्स पकड़ी. प्रतिबंधित ड्रग्स एफेड्रीन का प्रचलन रेव पार्टियों में होता है. इस बड़ी खेप को सिंहस्थ से भी जोडकर देखा जा रहा है|
डीआरआई के इंदौर में डेढ़ माह पहले खुले रीजनल आफिस की टीम ने मंगलवार को पीथमपुर में दवाई कम्पनी की आड में चलाए जा रहे अवैध गोदाम में छापा मारकर 236 किलो एफेड्रीन पाउडर जब्त कर तीन कर्मचारियों को पकड़ा. तीनो से गोदाम और कम्पनी चलाने वालों की जानकारी ली जा रही है|
उल्लेखनीय है कि एफेड्रीन एनडीपीएस एक्ट के तहत सूची ए में प्रतिबंधित है. इसके उपयोग के पूर्व दावा बनाने वाली कम्पनी को लायसेंस लेना पड़ता है. पकड़ी गई ड्रग्स का अंतर्राष्ट्रीय बाजार मूल्य 48 करोड़ से ज्यादा है. सूत्रों के अनुसार डीआरआई को पूरे गिरोह के पकडे जाने पर 100 किलो से अधिक और एफेड्रीन मिलने की उम्मीद है|
गौरतलब है कि 16 अप्रैल को अहमदाबाद में भी इसी तरह एक दवा फेक्ट्री से 270 करोड़ मूल्य की 1300 किलो ड्रग्स पकड़ी गई थी. इंदौर की कार्यवाही उसी से जोडकर देखी जा रही है. उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में बड़ी संख्या में विदेशी सैलानी आये हैं डीआरआई इस खेप को उसीसे जोडकर देख रही है|
एफेड्रीन का उपयोग अस्थमा व अन्य बीमारियों की दवाई बनाने में किया जाता है. प्रतिबन्धित ड्रग्स एफेड्रीन को प्रोसेस कर तैयार किया जाता है परिष्कृत रूप मेथाफेटामाइन के रूप में सामने आता है. रेव पार्टियों में इसका ज्यादा उपयोग होता है. जहाँ इसे हर्बल फ्यूल, जेस्ट, हर्बल एक्सटेसी आदि नामों से पुकारा जाता है|