मुंबई : दिनभर की पूछताछ के बाद मनी लॉन्ड्रिंग (काले धन को सफ़ेद करना ) केस में महाराष्ट्र के पूर्व लोक निर्माण मंत्री और गद्दावर NCP नेता छगन भुजबल को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट की धारा 19(A) के तहत गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के बाद अब भुजबल को सोमवार की रात ED दफ्तर में ही रखा गया . इसके बाद आज सुबह उन्हें मेडिकल जांच के बाद कोर्ट में पेश किया जाएगा.
इससे पहले सोमवार भुजबल पूछताछ के सिलसिले में ED के सामने पेश हुए. इस दौरान ED दफ्तर के बाहर भुजबल के समर्थकों की भीड़ लग गई. जिन्हे शाम को वहां से हटाया गया. आप को बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय भुजबल और अन्य लोगों के खिलाफ दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले की जांच कर रहा है.
भुजबल NCP के वरिष्ठ नेता जितेन्द्र अवहाद के साथ सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे कड़ी सुरक्षा के बीच दक्षिण मुंबई में बल्लार्ड पीयर स्थित ED के कार्यालय पहुंचे. कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में NCP कार्यकर्ता मौजूद थे. हालांकि किसी अवांछित घटना से बचने के लिए वहां निषेधाज्ञा लगाई गई थी.
आप को बता दें कि ED ने PMLA के तहत एक मामला दर्ज किया है जिसमें भुजबल और उनके कुछ सहयोगियों के खिलाफ जांच की जा रही है. इस मामले में पूर्व मंत्री के भतीजे समीर को पिछले माह गिरफ्तार किया जा चुका है. फिलहाल समीर आर्थर रोड जेल में बंद है.
इस मामले में ED को 3 संपत्तियों की कुर्की का आदेश भी मिल गया है. इन संपत्तियों की कीमत 280 करोड़ रुपये से अधिक है. छगन भुजबल, पंकज, समीर और अन्य लोगों की संपत्तियों और कार्यालयों सहित 9 परिसरों में ED ने 2 बार छापेमारी भी की. राज्य के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने छगन भुजबल, पंकज, समीर और 14 अन्य के खिलाफ महाराष्ट्र सदन घोटाला मामले में एक चार्जशीट दाखिल की है.
आप को बता दें कि नए महाराष्ट्र सदन का निर्माण 100 करोड़ रुपये की लागत से किया गया था और उस समय महाराष्ट्र में कांग्रेस-NCP गठबंधन की सरकार थी.