चंडीगढ़: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के साले के बेटे आकांक्ष की पीजीआई चंडीगढ़ में इलाज के दौरान शुक्रवार को मौत हो गई। आकांक्ष की मौत की वजह सड़क हादसा नहीं बल्कि हत्या बताई जा रही है। आकांक्ष के सिर, पैरों पर गंभीर चोटें लगी थी।
पुलिस के मुताबिक आकांक्ष हिमाचल के सी.एम. वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा के भाई का बेटा था। वह कुछ महीने पहले ही चंडीगढ़ में रहने लगा था। बुधवार रात को आकांक्ष के दोस्त दीप ने नाइट हाउस पार्टी रखी। यहां आकांक्ष के साथ उसका दोस्त शेरा भी पहुंचा था।
उधर, दीप ने आरोपी बलराज व आरोपी हरमहताभ सिंह उर्फ फरियाद को बुला रखा था। पता चला है कि आकांक्ष के दोस्त शेरा और आरोपी बलराज में पुराना विवाद था। पार्टी के दौरान दोनों आपस में उलझ गए। जिसके चलते बलराज और शेरा में मारपीट हुई। आकांक्ष ने बीच-बचाव किया।
इसके बाद आकांक्ष और उसका दोस्त राजन व करण वहां से चल गए, लेकिन शेरा वहीं रह गया। उसे लेने जब आकांक्ष वापस गया तो बलराज और उसके साथी ने उस पर बीएमडब्ल्यू कार चढ़ा दी। गाड़ी के टायर के नीचे उसे घसीटा और बाद में उस पर गाड़ी चढ़ाकर आरोपी फरार हो गए।
आकांक्ष की मौत के बाद हिमाचल के सी.एम. चंडीगढ़ के लिए रवाना हो गए हैं। वहीं, सी.एम. वीरभद्र की बेटी और बेटा हादसे के बाद से मौके पर पहुंच गए थे। उधर, हिमाचल के डीआईजी सहित अन्य आलाधिकारी पीजीआई पहुंचे हैं।
सूत्रों के अनुसार आरोपियों को पकडऩे के लिए चंडीगढ़ पुलिस ने लुधियाना में एक-दो जगह पर छापेमारी की। रात तक छापेमारी चलती रही, लेकिन युवकों का कोई सुराग नहीं लगा। वहीं, पुलिस पार्टी में आए युवकों से पूछताछ कर सकती है, ताकि हमलावरों के बारे में सुराग हासिल हो सके।
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