मुंबई : न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाले टेस्ट मैच के लिए टीम इंडिया की घोषणा हो चुकी है. टीम का चयन करने वाली समीति के चीफ सिलेक्टर संदीप पाटिल का ये आखिरी सिलेक्शन था क्योंकि उनका कार्यकाल इस साल समाप्त हो रहा है. बीसीसीआई के चीफ सिलेक्टर संदीप पाटिल का क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के रिटायरमेंट को लेकर कहना है कि - ''हमने सचिन पर रिटायरमेंट लेने का दबाव बनाया या नहीं? यह सीक्रेट ही रहे तो बेहतर है। हम चयनकर्ता सिर्फ बीसीसीआई के प्रति ही जवाबदार हैं। हमसे मीडिया कुछ उगलवा नहीं सकेगी।''
संदीप के इस बयान से ये तो साफ़ जाहिर है कि सचिन के रिटायरमेंट को लेकर कुछ तो राज़ जरूर है. हलाकि संदीप के कार्यकाल में कई बड़े फैसले लिए गए हैं. संदीप के कार्यकाल में जहाँ सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण, वीरेन्द्र सहवाग और जहीर खान जैसे अनुभवी खिलाड़ियों ने संन्यास लिया वहीँ दूसरी ओर संदीप ने भारतीय टीम में 57 नए खिलाड़ियों को खेलने का मौका भी दिया.
संदीप 2012 में सितंबर माह में BCCI के चीफ सिलेक्टर बने थे. उन्होंने अपने कार्यकाल में जो 57 नए सिलेक्शन किये उनमे से 12 टेस्ट, 21 वनडे और 24 टी20 मैच में शामिल हुए हैं.
लेना पड़े कड़े फैसले
पाटिल से पूछने पर उन्होंने बताया कि - "यकीनन हमे कई कड़े और बड़े फैसले लेने पड़े लेकिन हमने बहुत सोच समझ कर और भारतीय टीम के भविष्य को ध्यान में रख कर ही ये फैसले लिए ताकि हमारी टीम का प्रदर्शन बेहतर हो सके और मुझे बहुत ख़ुशी हैं कि भारतीय टीम तीनो प्रारूपों में पहले से बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं"
बातचीत में उन्होंने आगे कहा कि - "भारतीय टीम के प्रदर्शन के साथ साथ में इस बात से भी बहुत ख़ुशी महसूस करता हूँ कि बोर्ड ने भारतीय सीनियर टीम को अनिल कुंबले जैसा कोच दिया और जूनियर टीम के लिए राहुल द्रविड़ को चुना इनके अनुभव से भारतीय टीम को बहुत फायदा हुआ हैं और में उम्मीद करता हू की इन कोचों के अनुभव से भारतीय टीम भविष्य में बेहतर से बेहतर प्रदर्शन करेगी"
हम पर कभी दबाव नहीं बना
पाटिल से जब पूछा गया की टीम प्लेयर्स की चयन प्रक्रिया में आप पर बाहरी या बोर्ड का दबाव कैसा रहा तो उन्होंने बताया कि - "मेरे कार्यकाल में बोर्ड के किसी भी जोन के अधिकारी ने हम पर किसी भी तरह का कोई दबाव नहीं बनाया ना ही किसी भी खिलाडी को लेकर कोई सिफारिश की."
सचिन ने खेले गए अपने आखिरी टेस्ट में केवल 74 रन ही बनाये. उन्होंने 14 नवंबर को वानखेड़े स्टेडियम में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट खेला था. रिटायरमेंट के पहले सचिन ने आखिरी 2 सालों में 31.86 की औसत से 956 रन बनाये. इन दो सालों में उन्होंने 19 टेस्ट मैच खेले.