असम की जीवनदायिनी नदी सियांग (ब्रह्मपुत्र) नदी का पानी लगातार प्रदूषित होता जा रहा है. इसका रंग लगातार काला होता जा रहा है. शनिवार को असम सरकार ने, राज्य की फायर सर्विस डिपार्टमेंट द्वारा 15 लोकेशंस से लिए गए ब्रह्मपुत्र नदी के पानी के सैंपल, जांच के लिए IICM हैदराबाद और IIT गुवाहाटी को भेजे हैं. आशंका है कि ब्रह्मपुत्र नदी के पानी काला होने के पीछे चीन का हाथ है.
हाल ही में कांग्रेस सांसद निनॉंग एरिंग ने पीएम मोदी को खत लिखकर बताया था कि सर्दियों के महीने में ब्रह्मपुत्र नदी के पानी का रंग बदलना असामान्य घटना है. उन्होंने कहा कि यह चीनी सरकार सियांग नदी (तिब्बत में सांगपो) को संभवतः मोड़ने के कारण यह हो सकता है. उन्होंने इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाने के लिए पीएम से अनुरोध किया था. इसके पहले भी एक लैब की रिपोर्ट में ब्रह्मपुत्र नदी के पानी में सीमेंट की मात्रा पाई गई थी.
असम स्वास्थ्य मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा था कि उनकी सरकार को डर है कि चीन या तो अपने क्षेत्र के तहत नदी पर कुछ बड़े निर्माण कार्य कर रहा है या ब्रह्मपुत्र नदी के जल को हटाने की कोशिश कर रहा है. इसके चलते नदी के पानी के रंग में असामान्य परिवर्तन आ रहा है. सियांग नदी में प्रदुषण बढ़ने से लगातार बड़ी मात्रा में मछलियों की मौत हो रही है.
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