बीजिंग. चीन की एक अदालत ने गुरुवार को दूरसंचार घोटाले में ताइवान के 13 नागरिक सहित 33 लोगों को जेल की सजा सुनाई. इन्हें केन्या से प्रत्यर्पित किया गया है. इस घोटाले से जुडे मामले के तहत, गत 2 सालों के अंतराल में केन्या, स्पेन, वियतनाम और कंबोडिया के सैंकडों लोगों को ताइवान से चीन लाया गया है.
हालांकि ताइवान ने चीन की इस हरकत का विरोध किया है. ताइवान ने चीन पर आरोप लगाया है कि चीन उसके नागरिकों का अपहरण कर रहा है. लेकिन चीन ने ताइवान के इस आरोप को नकारते हुए अपने बचाव में कहा है कि “ये अपराध चीन के लोगों के खिलाफ किए गए हैं और ताइवान भी चीन का ही एक हिस्सा है, तो ऐसे में स्वाभाविक है कि विदेशी नागरिकों को ताइवान के बजाए चीन में ही सजा दी जाएगी.”
बीजिंग की कोर्ट ने एक संक्षिप्त बयान जारी कर कहा है कि “इन 33 लोगों को जेल की सजा सुनाई गई है और यह सजा दो वर्ष से लेकर 15 वर्ष तक है.” इसके अलावा इन लोगों पर काफी जुर्माना भी लगाया गया है. लेकिन कोर्ट द्वारा ताइवान के नागरिकों की दी गई सजा के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है. चीन में हुए इस दूरसंचार घोटाले में बहुत ज्यादा नुक्सान होने की बात चेन द्वारा कही गई है. मामले में आरोपियों ने अधिकारी बनकर या अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधि के तौर पर बुजुर्गों, छात्रों और बेरोजगार लोगों के साथ घोखाधड़ी की थी.
भोपाल गैंगरेप मामले में फैसला 23 दिसंबर को