शंघाई: चीन के शहर शंघाई स्थित चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरोसाइंस में चीनी वैज्ञानिकों ने कृत्रिम रूप से दो बंदरो को बनाकर विज्ञान जगत में बड़ी कामयाबी पाई है. रिपोर्ट के अनुसार कृत्रिम रूप से तैयार बन्दर, प्राकृतिक रूप से बढ़ रहे है साथ ही उन्हें बोतल से दूध भी पिलाया जा रहा है.
झोंग झोंग और हुआ हुआ नाम के 2 अफ्रीकन लंगूर कृत्रिम तरीके से तैयार किए गए हैं. इन्हें तैयार करने के लिए स्तनपायी जीव बंदरों, एपिस और मानवीय चीजों का सम्मिश्रण किया गया. इनका जन्म 6 से 8 हफ्ते पहले हुआ. इनका क्लोन गैर भ्रूण कोशिका से तैयार किया गया. इस पूरी प्रक्रिया में सोमैटिक सेल न्यूक्लियर ट्रांसफर (SCNT) का उपयोग किया गया है.
शंघाई स्थित चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरोसाइंस का कहना है कि इस काम से बंदरों के जरिए बढ़ने वाली बीमारियों पर रोकने के लिए ऐसे मेडिकल रिसर्च उपयोगी साबित होंगे. बन्दर बनाने वाले वैज्ञानिकों का कहना है की, हमने अमेरिका के द्वारा जानवरों के लिए बनाए गए अंतराष्ट्रीय नियमों को ध्यान में रखते हुए ये काम किया है.
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