चीन नई रणनीति के तहत अपने सैनिकों की संख्या लगातार कम कर रहा है. वहीं अब चीन मिसाइल जैसी अन्य रक्षा सेवाओं को बढ़ाने में लगा हुआ है. चीन की सेना ने बुधवार को कहा कि उसने तीन लाख जवानों की सेवा से कटौती के अपने लक्ष्य को पूरा कर लिया है और आने वाले समय में और सुधार किए जाएंगे. सूत्रों के अनुसार चीनी रक्षा प्रवक्ता कर्नल रेन गुओकियांग ने बताया कि सेना में तीन लाख कर्मियों की कटौती करने के लक्ष्य को पूरा कर लिया गया है.
उन्होंने यह भी कहा कि सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना और देश की ओर से किया गया यह एक महत्वपूर्ण निर्णय और राजनीतिक घोषणा थी. ज्ञात हो कि 1980 के समय चीन में सैनिकों की संख्या लगभग 45 लाख थी. चीन ने 1980 के दशक से ही सेना के आधुनिकीकरण के साथ ही संख्या को कम करना शुरू कर दिया था.
राष्ट्रपति शी चिनपिंग ने 2015 में यह घोषणा की थी कि दुनिया के सबसे बड़ी सेना में तीन लाख कर्मियों की कटौती की जाएगी. चीन ने इस बार अपने रक्षा बजट में बढ़ोतरी कर इसे 175 अरब डॉलर कर दिया है. यह भारत के रक्षा बजट का करीब करीब चार गुना है. भारत का रक्षा बजट करीब 46 अरब डॉलर का है. आपको बता दें कि 3 लाख सैनिकों के संख्याबल वाली पीएलए में अब 20 लाख सैनिक रहेंगे. यह कमी चीन ने अपने रिजर्व सैनिकों के हिस्से में की है. आपको बता दें कि भारतीय आर्मी में संख्या बल क़रीब 14 लाख है.
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