नई दिल्ली : चीन के विदेश मंत्री वांग यी 3 दिन के भारत दौरे पर हैं। यी ने नरेंद्र मोदी से प्रधानमंत्री आवास पर भेंट की। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच सौहार्दपूर्ण चर्चा हुई। दोनों ही नेताओं ने न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप मेंबरशिप के मसले पर चर्चा की। इस मामले में चीन द्वारा कहा गया कि दोनों ही देश एक दूसरे से यदि असहमत हैं तो उन्हें अपनी दूरियों पर मंथन करना चाहिए और इनके कारण तलाशने चाहिए।
दरअसल चीन का मत है कि भारत को न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप की मेंबरशिप नहीं मिल पा रही है तो फिर इसके लिए चीन को जवाबदार मानना बंद कर देना चाहिए। दरअसल चीनी स्टेट मीडिया ने कहा कि नई दिल्ली को सदस्यता के मसले पर हताश नहीं करना चाहिए। एनएसजी के दरवाजे फिलहाल बंद नहीं हुए।
दूसरी ओर ये भी कहा कि एनएसजी में किसी देश को एंट्री नहीं मिलना चाहिए जिसने कि परमाणु अप्रसार संधि पर हस्ताक्षर किए हों। दरअसल भारत को सिओल में एनएसजी प्लेनरी की बैठक में सदस्यता नहीं मिल सकी थी। PM मोदी के अलावा वांग यी ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से भी मुलाकात की।