चैन्नई : तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता के निधन के बाद देशभर में गम का माहौल रहा। केंद्र सरकार ने भी एक दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित कर जयललिता को श्रद्धांजलि दी। तमिलनाडु में लोग अभी भी गमगीन हैं। इस दौरान यह जानकारी सामने आई है कि लोकप्रिय अभिनेता, संपादक, राजनीतिक विश्लेषक और जयललिता के निकटवर्ती माने जाने वाले उनके सलाहकार श्रीनिवास अयर रामास्वामी का निधन बुधवार को हो गया।
उन्होंने तुगलक नामक पत्रिका का संपादन किया था। वे इस पत्रिका के संस्थापक भी थे। तमिलनाडु की मुख्यमंत्री एआईएडीएमके प्रमुख जयललिता के निधन के दो दिन बाद चो रामास्वामी की तबियत खराब हो गई। उन्हें अपोलो अस्पताल में उपचार दिया जा रहा था।
मगर उपचार के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। उन्हें बचाया नहीं जा सका। दरअसल भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सदस्य रामास्वामी का लंबे समय से चिकित्सालय में उपचार किया जा रहा था। वे एक बहुत ही अच्छे संपादक और सलाहकार थे। वे हमेशा से ही भ्रष्टाचार के विरूद्ध रहे थे।
जानिए, आखिर क्यों जयललिता का दाह संस्कार करने के बजाय दफनाया गया?